रांची। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के आप्त सचिव व झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव लाल को निलंबित करने की तैयारी की जा रही है। इडी के द्वारा उन्हें 6 मई की देर रात में ही गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें इडी के रिमांड पर भेजने का आदेश दिया है। ऐसे में सरकार उन्हें सस्पेंड करने की तैयारी कर रही है। जल्द ही इस संबंध में संचिका बढ़ायी जायेगी। मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की सहमति के बाद इस संबंध में कार्मिक विभाग आदेश जारी करेगा।
संजीव लाल के सहायक के यहां मिले 35 करोड़
ग्रामीण विकास मंत्री संजीव लाल के सहायक जहांगीर आलम के फ्लैट में इडी की रेड 6 मई को पड़ी थी। इसके अलावा विभागीय मंत्री के करीबियों के यहां भी छापमारी हुई। संजीव लाल के सहायक के यहां से 35 करोड़ से अधिक की रकम की बरामदगी हुई। इतनी बड़ी राशि से कहां से आयी इस पर पूछताछ जारी है। संजीव लाल की भूमिका सबसे अधिक पायी जा रही है। सूत्रों के अनुसार सारा पैसा विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन, टेंडर मैनेज, ट्रांसफर पोस्टिंग में कमीशनखोरी का है। इसमें मंत्री के और भी करीबी ओर निजी सचिवों के नाम सामने आ रहे हैं, जिसका खुलासा जल्द ही इडी करेगा। कमीशनखोरी के खेल में कुछ और लोगों की तलाश जारी है।