कानपुर। कानपुर लोकसभा सीट पर 13 मई को मतदान होना है और एक बार फिर चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शनिवार यानी 11 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में जनसभा करने आ रहे हैं। ऐसे में अब यह देखना होगा कि अंतिम दिन प्रचार कर अब तक पार्टी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने वाले मुख्यमंत्री अबकी बार भी जीत की गारंटी दे पाएंगे।

गौरतलब है उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2017 में मुख्यमंत्री न रहते हुए गोरखपुर के सांसद के रुप में उन्होंने कल्याणपुर में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन जनसभा की थी और पूरा चुनाव माहौल बदलने में सफल रहे। यही नहीं चुनाव परिणाम पार्टी उम्मीदवार नीलिमा कटियार के पक्ष में आया, जबकि चुनाव के दौरान यह लग रहा था कि नीलिमा कटियार की सीट फंस जाएगी, क्योंकि उनके सामने तत्कालीन सपा विधायक सतीश निगम थे जो विकास पुरुष के नाम से जाने जाते थे। इस जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने सतीश निगम को मुजफ्फरनगर दंगों से जोड़ दिया और उनका विकास पुरुष धरा रह गया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब तक जितने भी चुनाव हुए उन सभी चुनावों में कानपुर में अंतिम दिन जरुर जनसभा की और पार्टी उम्मीदवार की जीत होती रही। चाहे 2017 का नगर निकाय चुनाव रहा हो या 2019 का लोकसभा चुनाव।

इसके अलावा 2022 का विधानसभा चुनाव और 2023 का नगर निकाय चुनाव इन सभी चुनावों में मुख्यमंत्री अंतिम दिन जनसभा कर पार्टी उम्मीदवार को जीत दिलाते चले आ रहे हैं। इन्ही सब कारणों से पार्टी पदाधिकारियों ने एक बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन करने की मांग कर दी और मुख्यमंत्री ने सहमति भी दे दी। अबकी बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को बाबूपुरवा सेंट्रल पार्क में जनसभा कर कानपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी रमेश अवस्थी के के लिए चुनावी जीत का माहौल बनाएंगे। हालांकि पार्टी प्रत्याशी की जीत की गारंटी का पता चार जून को ही चल पाएगा, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का मानना है कि अंतिम दिन जनसभा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी प्रत्याशी रमेश अवस्थी को दिल्ली पहुंचाने में सफल होंगे।

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