नवादा। नवादा जिले के हिसुआ बाजार में सविता टॉकीज के पुराने भवन को तोड़ने के मामले में रविवार की शाम ठेकेदार वासुदेव विश्वकर्मा की छज्जा गिरने से दबकर मौत के मामले को साजिश के तहत हत्या बनाने की कोशिश की जा रही है, जिसे जांचकर नाकाम करने की मांग न्याय प्रिय लोगो ने नवादा के एसपी से की है।
सिनेमा हॉल के खरीदने वाले मालिक फल व्यवसाई सुनील सिंह जब तोड़कर नया भवन बनाना चाहते थे ,तो वासुदेव विश्वकर्मा ने संपर्क कर तोड़ने का ठेका ले लिया। उसने ही मजदूर बुलाकर पुराने भवन को तुड़वाने लगे ।दुर्भाग्य कहा जाए कि रविवार की देर शाम पुराना भवन का छज्जा हस्त हो गया। जिसके मालवे में दबकर वासुदेव विश्वकर्मा की मौत हो गई। पुलिस ने देर रात तक भारी मशक्कत के बाद जेसीबी बुलाकर मलवे से निकालकर लाश को अपने कब्जे में लिया। पुलिस भी यह मानने को तैयार है कि पुराने भवन के गिरने के कारण मलवे में दबकर मौत हुई है। लेकिन मृतक के पुत्र विकास विश्वकर्मा का कहना है कि उनके पिता को बुलाकर हत्या कर दी गई है। लेकिन फल व्यवसायी सुनील सिंह का कहना है कि वासुदेव विश्वकर्मा ने उनसे उनका पुराना मकान तोड़ने का ठेका लिया था। यह दुर्भाग्य कहा जाए की पुराने मकान अचानक गिरने से उसकी मौत हुई है।समाजसेवी गणेश पांडे ,अनिल प्रसाद सिंह नवादा के एसपी से मिलकर इस मामले में न्याय दिलाने की मांग की है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वासुदेव विश्वकर्मा मकान तुड़वाने के लिए रोज आया करता था। दुर्भाग्य कहा जय कि पुराना भवन में वह घुसा इसी बीच मकान का छज्जा अचानक ध्वस्त हो गया और वासुदेव विश्वकर्मा के मलवे में दबने से मौत हो गई । घटना के बाद जानकारी मिलने पर पुलिस वहां पहुंचकर सच्चाई का अवलोकन किया ।पुलिस अधिकारियों का भी मानना है कि मलवा को देखने से स्पष्ट है कि पुराने भवन के गिरने से ही मौत हुई है। यह हत्या नहीं बल्कि महज एक दुर्घटना है।