रांची। टेंडर घोटाला से जुड़े मामले में छापेमारी के दौरान बरामद करीब 38 करोड़ रुपये मामले में मंत्री आलमगीर आलम की 11 दिनों की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद सोमवार को पीएमएलए कोर्ट में पेशी हुई। इडी ने पूछताछ की आवश्यकता बताते हुए फिर से तीन दिनों की रिमांड की मांग की। इसके बाद कोर्ट ने इडी को तीन दिनों की रिमांड सौंपी है। इडी ने कोर्ट को कहा कि आलमगीर आलम उन्हें जांच में सहयोग नही कर रहे हैं।
दरअसल, टेंडर घोटाला मामले में इडी ने आलमगीर आलम को 15 मई को गिरफ्तार किया था। मामले में आलमगीर के अलावा उनके पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम की भी गिरफ्तारी 6 मई को हो चुकी है। दरअसल, इडी की छापेमारी में राज्य सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू सहयोगी जहांगीर के घर करीब 32.2 करोड रुपये बरामद हुए थे। वही संजीव लाल के आवास से 10.5 लाख रुपये बरामद हुए थे। साथ ही उनके सचिवालय स्थित कार्यालय से 2.30 लाख बरामद हुए थे।
बता दें कि 6 मई को राजधानी रांची में इडी संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू स्थित सर सैयद रेजीडेंसी पीपी कंपाउंड स्थित मुन्ना सिंह, सेल सिटी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के ठिकाने के अलावे बरियातू, मोरहाबादी और बोड़ेया इलाके में तलाशी ली थी। जेल में बंद इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले को लेकर इडी की टीम ने यह कार्रवाई की थी। मामले में मंत्री आलमगीर आलम, वीरेंद्र राम सहित अब तक आठ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।