Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Tuesday, June 17
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»राज्य»लोस चुनाव : अंतिम चरण में भाजपा के काम आएगा मोदी फ़ैक्टर !
    राज्य

    लोस चुनाव : अंतिम चरण में भाजपा के काम आएगा मोदी फ़ैक्टर !

    adminBy adminMay 31, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    बलिया। बलिया संसदीय सीट पर मोदी फैक्टर कितना कारगर होगा, यह तो चार जून को ही पता चलेगा। एक जून को 19 लाख मतदाताओं द्वारा किए जाने वाले मतदान में एक ओर जहां भाजपा मोदी के करिश्माई नेतृत्व के भरोसे समर्थन की उम्मीद पाले हैं। वहीं, विपक्षी इंडी गठबंधन को बाजी पलटने की उम्मीद है।

    बलिया वह सीट है जो हर लोकसभा चुनाव में सुर्खियां बटोरती रही है। आजादी के बाद हुए पहले चुनाव में यहां कांग्रेस से मदन मोहन मालवीय के बेटे गोविंद मालवीय की जगह निर्दलीय मुरली मनोहर को जीत मिली थी। तब पूरे देश में कांग्रेस की तूती बोलती थी। इसके बाद लगातार चार चुनाव कांग्रेस जीतती रही। 1977 में कांग्रेस की जीत पर चन्द्रशेखर ने ब्रेक लगाया। 1984 को छोड़कर वे 2004 तक आठ बार सांसद चुने गए। उनके निधन के बाद बेटे नीरज शेखर को बलिया की जनता ने संसद भेजा। 2009 के आम चुनाव में भी उन्हें जीत मिली। लेकिन मोदी लहर में 2014 में नीरज शेखर हार गए और भाजपा के भरत सिंह जीत कर संसद पहुंचे। 2019 में भाजपा ने चेहरा बदलकर लगातार दूसरी बार जीत हासिल की। तब भाजपा के वीरेन्द्र सिंह मस्त ने सपा के सनातन पाण्डेय को पंद्रह हजार वोटों से पराजित किया था। 2024 में भाजपा ने एक बार फिर चेहरा बदल दिया है। इस बार राज्यसभा सांसद नीरज शेखर भाजपा से उम्मीदवार हैं, जबकि उनके मुकाबले सपा ने सनातन पाण्डेय पर ही दोबारा भरोसा जताया है। सपा ने इस बार यादव-मुस्लिम के साथ ब्राह्मण वोटरों में सेंधमारी की कोशिश की है। उधर, भाजपा राजपूत और भूमिहार वोटरों के साथ ही मोदी फैक्टर के भरोसे है। वहीं, मोदी सरकार में बलिया तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के जरिये पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की पहुंच के अलावा लाभार्थीपरक योजनाओं का असर इस चुनाव में हुआ तो भाजपा के लिए जीत आसान हो सकती है। यहां बसपा ने गाजीपुर निवासी लल्लन सिंह यादव को उम्मीदवार बनाकर यादव, दलित और मुस्लिम वोटरों को पाले में कर जीत हासिल करने का दांव चला है। बसपा इस गणित के भरोसे भाजपा और सपा को कितनी टक्कर दे पाती है यह एक जून को मतपेटिका में बंद हो जाएगा। वैसे बलिया संसदीय सीट के मतदाताओं में मोदी फैक्टर कारगर दिख रहा है।

    दौलतपुर निवासी किसान संतोष सिंह की मानें तो मोदी सरकार में किसानों को जो सम्मान मिला है, इस चुनाव में भाजपा को इसका लाभ जरुर मिलेगा। बघौना के मोहन राय बताते हैं कि मुद्रा लोन और पीएम आवास जैसी योजनाओं का भी असर है। योजनाओं का लाभ ले चुके वोटरों के दिल में मोदी बसते हैं। विपक्ष के पास इसका कोई काट अभी तक नहीं दिख रहा है।

    चुनाव से एक दिन पहले सुबह करीब सात बजे शहर के मिड्ढी चौराहे पर चाय की दुकान पर दर्जन भर लोग चाय पी रहे थे। चर्चा का केंद्र कल होने वाला मतदान ही था। चाय की चुस्की के साथ शिवजी चंदेल ने कहा कि हमें तो बस यही देखना है कि देश की शान दुनिया में कौन बढ़ाया है। वहीं, आदित्य तिवारी ने भी कहा कि मोदी से देश की धाक बढ़ी है। इसके बाद कमलेश राय ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि मोदी हैं तो सनातन धर्म बचा हुआ है। इंडी वाले आएंगे तो देश में हर चीज पर मुसलमानों को तरजीह देंगे। हालांकि वहीं, मौजूद कुछ लोग इंडी गठबंधन की भी जीत का दावा करते दिखे।

    बलिया के अब तक के सांसद

    1952 – मुरली मनोहर (निर्दलीय)

    1957 – राधामोहन सिंह (कांग्रेस)

    1962 – मुरली मनोहर (कांग्रेस)

    1967 – चंद्रिका प्रसाद (कांग्रेस)

    1971 – चंद्रिका प्रसाद (कांग्रेस)

    1977 – चन्द्रशेखर (जनता पार्टी)

    1980 – चन्द्रशेखर (जनता पार्टी)

    1984 – जगन्नाथ चौधरी (कांग्रेस)

    1989 – चन्द्रशेखर (जनता दल)

    1991 – चन्द्रशेखर (सजपा रा)

    1996 – चन्द्रशेखर (सजपा रा)

    1998 – चन्द्रशेखर (सजपा रा)

    1999 – चन्द्रशेखर (सजपा रा)

    2004 – चन्द्रशेखर (सजपा रा)

    2007 – नीरज शेखर (सपा)

    2009 – नीरज शेखर (सपा)

    2014 – भरत सिंह (भाजपा)

    2019 – वीरेन्द्र सिंह मस्त (भाजपा)

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleफर्नीचर गोदाम में लगी आग, कारें व मशीन जलकर राख
    Next Article मणिपुर पुलिस ने 17 लोगों को लिया हिरासत में
    admin

      Related Posts

      एयर इंडिया विमान हादसा: टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपये की घोषणा की

      June 12, 2025

      मनिहारी में मां जानकी धाम की स्थापना के लिए तैयारियां जोरों पर

      June 12, 2025

      जम्मू कश्मीर: दो संदिग्ध आतंकियों की सूचना, सांबा के नड गांव में तलाशी अभियान शुरू

      June 11, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • दुकान के पास से जेवर का थैला ले उडे अपराधी, जांच में जूटी पुलिस
      • फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर ठगी करने वाला गिरफ्तार
      • राज्यपाल से वित्त मंत्री ने की मुलाकात
      • भाजपा नेता ने ग्रामीण कार्य विभाग पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
      • राज्यपाल से मिले केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version