रांची। ड्रीम प्रोजेक्ट लाइट हाउस के लाभुकों से एग्रीमेंट हो चुका है, लेकिन ढाई माह बाद भी आशियाना हैंडओवर नहीं किया गया। पेमेंट पूरा करने के बाद लाभुकों को चाबी भी दी गयी, लेकिन फ्लैट नहीं मिला। सोसाइटी के अध्यक्ष सुधीर तिवारी कहते हैं कि हैंडओवर ही नहीं हुआ है, लेकिन पूरी बिल्डिंग की हालत ही खराब होने लगी है। दीवारों में शिपेज है। काम में भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया है। इसकी शिकायत भी की है।
रांची के धुर्वा इलाके में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनवरी 2021 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया था। प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद नगर प्रशासन निदेशक आदित्य आनंद ने 10 लाभार्थियों को टोकन वितरण के रूप में घरों की चाबियां सौंपी। कहा था कि सभी को चरणबद्ध तरीके से अप्रैल तक आवास उपलब्ध करा दिये जायेंगे। लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए किफायती दरों पर 1008 घर बनाये गये हैं, जिसमें प्रति फ्लैट कारपेट एरिया लगभग 315 वर्ग फुट है। यह परियोजना 134 करोड़ रुपये की लागत से 7.5 एकड़ भूमि पर तैयार की गयी है। शिकायत के बाद लाइट हाउस की क्वालिटी जांच करने का आदेश नगर विकास विभाग ने नगर निगम को दिया है। लाभुकों को 6.79 लाख रुपये में फ्लैट आवंटित किये गये हैं।