गढ़वा। झारखंड में गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड के सुंडीपुर में हीट वेव के चलते दो दर्जन से अधिक चमगादड़ों की मौत के बाद ग्रामीण मरे हुए चमगादड़ों को पका कर खा गये। इसके बाद तो गांव में अफरा-तफरी मच गयी। परिजनों में बेचैनी हो गयी। आनन-फानन में जिला मुख्यालय तक खबर पहुंचायी गयी। गढ़वा से बात राजधानी रांची के प्रशासनिक गलियारे तक तक पहुंच गयी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आ गया।

जैसे ही इसकी सूचना मिली डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट करते हुए उस गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेज कर सभी ग्रामीणों की जांच करवायी। इसको लेकर कांडी प्रखंड के सुंडीपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग ने एक शिविर का आयोजन किया है। दरअसल, गत 28 मई को हीट वेव के चलते कई चमगादड़ों की मौत हो गयी थी, जिसके बाद यहां के रहने वाले कुछ ग्रामीण मरे हुए चमगादड़ को घर पर ले जाकर पका कर खा गये थे।

डीसी शेखर जमुवार को जानकारी मिलते ही इसकी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया और उस गांव में मेडिकल कैंप स्थापित कर उन 25 ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच करवायी जिन्होंने चमगादड़ खा लिया था। हालांकि, सभी लोग अभी तक स्वस्थ बताये जा रहे हैं, लेकिन मृत चमगादड़ों के मांस खा लेने के बाद ग्रामीण अज्ञात बीमारी की आशंका से भयभीत हैं।
वहीं, सभी ग्रामीणों के स्वस्थ पाये जाने पर विभाग ने राहत की सांस ली है। लेकिन, चमगादड़ों के मांस खाने वाले लोगों को एहतियातन आइसोलेट करने पर भी विचार किया जा रहा है। इधर, सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य जांच में सभी लोग फिलवक्त स्वस्थ पाये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर रखे हुए है।

सिविल सर्जन ने कहा कि जरूरत पड़ने पर अन्य एहतियाती कदम उठाये जायेंगे। निपाह वायरस फैलने की आशंका कही जा रही रही है, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। अगर ऐसा होगा तो हमारा कोविड वार्ड है और सभी को वहां भर्ती कराया जायेगा। कांडी थाना को भी निर्देश दिया गया है कि किसी भी आपात स्थिति पर नजर बनाये रखें।

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