काठमांडू। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद नेपाल-भारत सीमा पर सुरक्षा निगरानी बढ़ा दी गई है। सीमा क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखते हुए सूक्ष्म निगरानी की जा रही है।सशस्त्र पुलिस बल मुख्यालय ने भारतीय सीमा क्षेत्र में हाई अलर्ट बनाए रखने के लिए बुधवार को एक विशेष परिपत्र जारी किया है। सशस्त्र पुलिस बल के डीआईजी कमल गिरी ने बताया कि हाल ही में विकसित क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए सीमा क्षेत्र के सभी ब्रिगेड कमांडरों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।

सीमावर्ती क्षेत्रों में सभी ब्रिगेड कमांडरों को अनधिकृत घुसपैठ पर नियंत्रण और निगरानी रखने के लिए मुख्यालय द्वारा विशेष निर्देश दिए गए है। ब्रिगेड मुख्यालय के निर्देश के बाद सीमा पर रहे सभी बॉर्डर आउट पोस्ट (बीओपी) के द्वारा सुरक्षा योजना तैयार कर उसे क्रियान्वित किया जा रहा है।डीआईजी गिरी ने कहा कि भारतीय सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के सहयोग और समन्वय से दोनों देशों की सीमाओं पर संयुक्त गश्त और सूचनाओं का आदान-प्रदान तेज कर दिया गया है। सीमा क्षेत्र में एक बीओपी से दूसरे बीओपी तक 24 घंटे गश्त की जा रही है। इस समय सीमावर्ती क्षेत्रों से आवागमन करने वालों की जांच करने तथा उनका रिकार्ड रखने का भी कार्य किया जा रहा है। नेपाल-भारत सीमा पर बेरोकटोक पारंपरिक आवाजाही को सुविधाजनक बनाने का भी काम किया जा रहा है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में उन महत्वपूर्ण स्थानों पर निगरानी बढ़ाई गयी है, जहां संभावित सुरक्षा खतरा और घुसपैठ की संभावना अधिक है।दोनों देशों के बीच में खुली सीमा होने के कारण ड्रोन के जरिए भी निगरानी की जा रही है। भारत की सशस्त्र सीमा बल और नेपाल की सशस्त्र प्रहरी बल के बीच समन्वय कर खुली सीमा में ड्रोन से निगरानी की जा रही है ताकि खुली सीमा का फायदा उठाकर कोई भी अवैध बांग्लादेशी या पाकिस्तानी नागरिक नेपाल में प्रवेश न कर सके।

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