येरुशलम। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार रात एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इजराइल ने हमास के खिलाफ अपने “स्पष्ट और न्यायसंगत लक्ष्य” में अब तक काफी कुछ हासिल किया है, लेकिन अभी “काम पूरा नहीं हुआ है”।
नेतन्याहू ने बताया कि इजराइली सेना ने हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार और उनके भाई मोहम्मद सिनवार को मार गिराया है। सिनवार को 07 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हुए हमले का मुख्य मास्टरमाइंड माना जाता है।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल ने गाजा के दक्षिणी हिस्से में दुश्मन पर जबरदस्त प्रहार किया है और भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद युद्ध को जारी रखा है। उन्होंने खुलासा किया कि ऑपरेशन गिडीऑन के तहत इजराइल ने युद्ध के अगले चरण की शुरुआत कर दी है। उनके अनुसार, “इस अभियान के अंत में गाजा पट्टी का संपूर्ण क्षेत्र इजराइल की सुरक्षा नियंत्रण में होगा।”
नेतन्याहू ने ईरान को “इजराइल के लिए अब भी एक बड़ा खतरा” बताते हुए कहा कि उनकी सरकार अमेरिका के साथ पूर्ण समन्वय में है ताकि ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोका जा सके। उन्होंने दो टूक कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो इजराइल अपनी रक्षा खुद करेगा।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेतन्याहू ने गाजा में एक नई तीन-चरणीय मानवीय सहायता योजना की घोषणा की, जिसे अमेरिका के सहयोग से लागू किया जाएगा। इसके तहत आवश्यक खाद्य सामग्री की आपूर्ति; अमेरिकी कंपनियों द्वारा स्थापित वितरण केंद्र, जिनकी सुरक्षा इजराइली बलों द्वारा की जाएगी और दक्षिणी गाजा में एक ‘स्टरल जोन’ स्थापित करना जहां नागरिकों को संपूर्ण मानवीय सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा, “हमारे सबसे करीबी मित्र भी हथियार भेजने को तैयार हैं, लेकिन मानवीय संकट को बर्दाश्त नहीं कर सकते।”
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार है, लेकिन केवल तभी जब इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित हो, बंधकों की वापसी हो और और हमास नेतृत्व गाजा छोड़ दे। उन्होंने यह भी कहा कि गाजा को “पूरी तरह से निरस्त्र” किया जाना चाहिए और इजराइल “ट्रम्प योजना” का अधिकतम लाभ उठाएगा। इस योजना के अंतर्गत, जो गाजा निवासी बाहर जाना चाहते हैं, उन्हें बाहर जाने दिया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के आखिर में नेतन्याहू ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि “जो लोग हमसे युद्ध रोकने की मांग कर रहे हैं, वे दरअसल हमास को गाजा में बनाए रखने की वकालत कर रहे हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे।”