रांची। नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि झारखंड के हजारों किसान अब भी अपने धान की कीमत का इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने 72 घंटे में भुगतान का वादा किया था, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी किसानों को उनके फसल की कीमत नहीं मिली है। चुनाव से पहले सरकार ने प्रति क्विंटल 3100 रुपये में धान खरीदने का वादा किया था, लेकिन अब वह भी जुमला साबित हुआ है। हेमंत सरकार ने अन्नदाताओं के साथ धोखा किया है।

भुगतान में विलंब के कारण किसान कर्ज के बोझ तले दबते जा रहे हैं। सीएम से कहा कि जब आप बांग्लादेशी घुसपैठियों को मंईयां सम्मान योजना की राशि देने के लिए संसाधन जुटा सकते हैं, तो फिर अपने ही राज्य के किसानों के भुगतान में क्या बाधा है। तत्काल धान बेचने वाले सभी किसानों के लंबित भुगतान सुनिश्चित करें।

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