गिरिडीह: डीजीपी डीके पांडेय ने कहा है कि राज्य से नक्सलवाद के खात्मे के लिए झारखंड पुलिस आगे बढ़ रही है। नक्सलियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान को और तेज किया जायेगा। एक साल में पारसनाथ नक्सलमुक्त होगा। पांडेय शनिवार को गिरिडीह के मधुबन स्थित सीआरपीएफ कैंप में बोल रहे थे। वहां उन्होंने जवानों की हौसला आफजाई करते हुए बैठक की। डीजीपी ने नक्सलियों के घर में घुसकर उनका सफाया करने का निर्देश जवानों को दिया।
डीजीपी ने एक बार फिर नक्सलियों को ललकाराते हुए कहा कि जवान गोलियों की चिंता न करें। डीजीपी ने एसपी को एक लाख रुपये का इनाम भी दिया। गौरतलब है कि गिरिडीह जिले में शुक्रवार को दोपहर में नक्सलियों के साथ कोबरा जवानों की मुठभेड़ हुई थी। लगभग एक घंटे तक चली मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया था। मारे गये नक्सली के पास से एक एसएलआर हथियार बरामद किया गया था।
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने नक्सली साहित्य समेत भारी मात्रा में अन्य सामग्री भी बरामद किया था। बताया जाता है कि इस दस्ते में लगभग एक दर्जन नक्सली थे। पुलिस टीम का नेतृत्व एसपी अखिलेश बी वारियर कर रहे थे। इस टीम में एएसपी दीपक कुमार, एसडीपीओ दीपक शर्मा, एसडीपीओ डुमरी अरविंद कुमार सिन्हा, एसटीएफ के अनुरंजन किस्पोटा के साथ कोबरा, सीआरपीएफ और एसटीएफ अधिकारी और जवान शामिल थे।

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