जमशेदपुर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब बिहार पुनर्गठन विधेयक सदन में प्रस्तुत हुआ था, तो उन्होंने इसका समर्थन किया था। कारण था कि झारखंड के लोगों ने विकास के लिए अलग होने का निर्णय लिया था। उस वक्त झारखंड के लोगों के चेहरों पर खुशी थी, जबकि बिहारवासियों के चेहरे पर उदासी थी। आज रघुवर सरकार आदिवासी और मूलवासियों के सपनों को चकनाचूर कर रही है। झारखंड की विशेषता सीएनटी-एसपीटी एक्ट था। इस कानून के लिए हजारों लोगों ने जान की बाजी लगायी थी। इसके बाद कानून अस्तित्व में आया था। इस कानून को अब तक किसी भी मुख्ममंत्री ने छेड़ने की कोशिश नहीं की। रघुवर सरकार ने इसे बदलने का दु:साहस किया। आश्चर्य लगता है कि कैसे यहां के लोग इस सरकार को बर्दाश्त कर रहे हैं। वे रविवार को एग्रीको फुटबॉल मैदान में झारखंड विकास मोर्चा द्वारा आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने कहा कि झारखंड के आदिवासी और मूलवासी पूरी तरह कृषि पर निर्भर हैं। जल, जंगल, जमीन ही यहां की खासियत है, लेकिन सरकार उनके इन अधिकारों से भी वंचित करना चाहती है। अब तक के कार्यकाल में सरकार सिर्फ लोगों का हक छीनने के कार्य में ही व्यस्त रही है। उनका काम झारखंड के बुनियादी स्वरूप को बदलना रह गया है। जदयू हमेशा यहां के लोगों के साथ सरकार के विरोध में खड़ा रहेगा।

शहर में सुबह छह बजे से नो इंट्री
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झारखंड विकास मोर्चा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी के जमशेदपुर में कार्यक्रम को लेकर रविवार को शहर में नो इंट्री रही। नीतीश और बाबूलाल की सभा में शराबबंदी का मुद्दा भी उठा। 86 बस्तियों को मालिकाना हक, राज्य में शराबबंदी समेत अन्य मुद्दे पर सभा को सफल बनाने के लिए झाविमो ने पूरी ताकत झोंक दी थी, जिसका असर भी दिखा।

बैनर-पोस्टर से पटा शहर
शहर को झंडा-बैनर से पाटा गया था। सभास्थल पर 40 गुणा 26 फीट का भव्य मंच बनाया गया था। सभा में पूर्वी सिंहभूम के अलावा सरायकेला-खरसावां के कार्यकर्ता और आम लोग भी हजारों की संख्या में शामिल हुए। सभा को सफल बनाने के लिए जदयू भी झाविमो के साथ था। बाबूलाल मरांडी रविवार की सुबह दक्षिण बिहार एक्सप्रेस ट्रेन से जमशेदपुर पहुंचे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की शाम सड़क मार्ग से पहुंचे। उनके साथ जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो, राज्यसभा सांसद हरिवंश, सुरेश प्रसाद, शिवप्रसाद साहू, संतोष कुमार, सरोज सिंह, सुरेश साहू रांची से जमशेदपुर आये थे।
नीतीश कुमार ने रविवार को गम्हरिया में जमशेदपुर के पूर्व सांसद सुनील महतो की माता खांदो देवी तथा पत्नी सुमन महतो से मिलकर उनका हाल जाना। इससे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छोटा गम्हरिया स्थित सांसद सुनील महतो की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।

इस दौरान कई जगहों पर उनका भवय स्वागत किया गया।

लोगों की आवाज नहीं दबा सकते: बाबूलाल
झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री सह झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में अधिक दिनों तक आवाज नहीं दबायी जा सकती है। लोगों में जो आक्रोश धीरे-धीरे पनप रहा है, उसे न सरकार सुन पा रही है और न सुनने की कोशिश कर रही है। यह आहट सरकार के लिए शुभ संकेत नहीं है। राज्य में लगातार जो घटनाएं घट रही हैं, वह इसी आक्रोश का परिणाम है।

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