निसर्ग तूफान से समुंद्रीय किनारों पर बसे लोगों को बचाने के लिए पालघर जिला प्रसाशन पूरी तरह सुसज्ज है। जिलाधिकारी कैलाश शिंदे ने यहां मंगलवार रात से अब तक तकरीबन 22 हजार लोगों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया है।
जिलाधिकारी कैलाश शिंदे ने आज पालघर जिले को पूरी तरह बंद करवाया है। साथ ही निसर्ग तूफान से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड को भी समुंद्रीय किनारों पर तैनात कर रखा है। पालघर में 65 हजार लोगों के लिए कॉलेज-स्कूलों में रखे जाने की व्यवस्था की गई है। यहां दहाणु, सातपाटी, केलवा आदि तटीय इलाकों पर नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की 3 टीम सहित स्टेट डिजास्टर रिस्पांस टीम, नौदल व भारतीय तटरक्षक दल की टीम तैनात हैं। तटीय इलाकों में मछुआरों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाए जाने का काम निरंतर जारी है। जिलाधिकारी कैलाश शिंदे ने तटीय इलाकों में रहने वालों के लिए स्कूल व कालेज ग्राउंड में रिलीफ कैंप बनाया है। बुधवार को सुबह तक इन रिलीफ कैंपों में तकरीबन 22 हजार लोगों को पहुंचाया जा चुका है। बहुत से तटीय इलाकों में रहने वाले लोग अपने रिश्तेदारों के यहां रहने के लिए जा रहे हैं।
बुधवार सुबह से ही पालघर में हल्की बारिश हो रही है। समुंद्र में भी तेज हवा बह रही है। मीरा भाईंदर में भी समुंद्रीय इलाकों में प्रशासन पूरी तरह सुसज्ज है। मीरा भाईंदर में आयुक्त चंद्रकांत शिंदे ने उत्तन में समुंद्रीय इलाके में मछुआरों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। इसी तरह वसई -विरार में अर्नाला, विरार समुंद्र तल से मछुआरों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया है।