कोरोना की दवा कोरोनिल के दावे पर आयुष मंत्री श्रीपद नायक ने कहा कि यह अच्छी बात है कि देश में बाबा रामदेव नई दवा लेकर आए हैं, पर नियमों के अनुसार इसकी जानकारी आयुष मंत्रालय के पास आनी चाहिए थी। दवा कंपनी के मुताबिक कोरोनिल दवा के संबंध में जानकारी आयुष मंत्रालय को पहले दी गई। इस मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही दवा को बाजार में लाने की अनुमति दी जाएगी।
मंगलवार को बाबा रामदेव द्वारा कोरोना की दवा कोरोनिल को हरिद्वार मे लॉन्च किया। रामदेव बाबा का दावा है कि इस दवा से कोरोना के मरीज 3-7 दिनों के अंदर ठीक हो जाते हैं। इस संबंध में 18-65 साल के 95 कोरोना मरीजों पर क्लिनिकल ट्रायल किया गया, जिसमें से 100 प्रतिशत लोग ठीक हो गए। वहीं बाबा रामदेव के दावे पर आयुष मंत्रालय ने सख्ती की और कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पतजंलि को नोटिस भेज कर दवा की जानकारी सहित ट्रायल की प्रक्रिया के बारे में जानकारी तलब की। आयुष मंत्रालय ने इस संबंध में पतजंलि को नोटिस जारी कर जांच पूरी होने तक विज्ञापन न करने का निर्देश दिया था। हालांकि देर शाम को पतजंलि ने सफाई दी कि आयुष मंत्रालय को सभी जानकारी भेज दी गई है।