नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को दिल्ली की साकेत कोर्ट में निजामुद्दीन मरकज के मामले में 41 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 12 चार्जशीट दाखिल की है। इनमें से एक नई चार्जशीट है जबकि 11 पूरक चार्जशीट हैं। क्राइम ब्रांच ने यह चार्जशीट चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहिना कौर की कोर्ट में दाखिल की।
ये विदेशी नागरिक पिछले मार्च महीने में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। चार्जशीट में इन विदेशी नागरिकों को वीजा नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि इन विदेशी नागरिकों ने कोरोना को लेकर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया। क्राइम ब्रांच इसके पहले 915 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 47 चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। पिछले 28 मई को क्राईम ब्रांच ने 541 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 12 चार्जशीट दाखिल किया था। 541 विदेशी नागरिकों वाले 12 चार्जशीट पर कोर्ट 25 जून को संज्ञान लेगा।
पिछले 26 और 27 मई को भी क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट दाखिल की थी। 26 मई को 83 आरोपियों के खिलाफ 20 चार्जशीट दाखिल की गई थी। 27 मई को 294 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 15 चार्जशीट दाखिल किए थे। अब तक कुल 918 विदेशी नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जा चुके हैं। 26 मई को दायर चार्जशीट 15 हजार 449 पन्नों की है। चार्जशीट में सभी आरोपियों के खिलाफ फॉरेन एक्ट और वीजा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। जिन विदेशी नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें सऊदी अरब के दस, चीन के सात, यूक्रेन के तीन, सूडान के छह, फिलीपींस के छह, ब्राजील के आठ, अफगानिस्तान के चार, ऑस्ट्रेलिया के दो लोग शामिल हैं। इसके अलावा चार्जशीट में रूस, फ्रांस, इजिप्ट और जॉर्डन के एक-एक नागरिकों को आरोपी बनाया गया है।
इन आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने इन विदेशी नागरिकों में से 41 को नोटिस देकर उनसे पूछताछ की थी। सभी आरोपियों के वीजा फार्म में निजामुद्दीन मरकज का पता दिया हुआ है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक निजामुद्दीन के मरकज में 67 देशों से 2041 विदेशी आए थे। इनमें से इंडोनेशिया के 553, बांग्लादेश के 497, थाईलैंड के 151, किरगिस्तान के 145 और मलेशिया के 118 लोग शामिल हैं। इसके अलावा अन्य 62 देशों से 577 लोग शामिल हैं। क्राईम ब्रांच ने इस मामले में दो बार मरकज और मौलाना साद के घर और शामली स्थित फार्म हाउस पर छापेमारी की थी।
बता दें कि पिछले मार्च महीने में निजामुद्दीन के मरकज में हुए कार्यक्रम में तब्लीगी जमात के लोग बड़ी संख्या में जुटे थे। उसके बाद प्रशासन ने तब्लीगी जमात के लोगों को बाहर निकाल कर कई क्वारेंटाईन सेंटर में भेजा गया था।