भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर एक महीने से चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए दोनों पक्षों के बीच वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की बैठक शनिवार को शुरू हो गई है।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा, ‘भारतीय और चीनी अधिकारी भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए स्थापित सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत कर रहे हैं। इस स्तर पर अटकलों को लेकर किसी भी तरह की गलत रिपोर्टिंग मददगार नहीं होगी, इसलिए मीडिया को इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है।’
भारत-चीन के बीच कमांडर स्तर की यह वार्ता सुबह 9 बजे से होनी थी लेकिन खराब मौसम के चलते करीब 11.30 बजे शुरू हो पाई। भारत की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह वार्ता के लिए चीनी सीमा क्षेत्र में स्थित मीटिंग प्वाइंट मोलडो-चुशुल में पहुंचे। बैठक में उनके साथ ब्रिगेड कमांडर और दो कर्नल रैंक के अधिकारी सहित कुल आधा दर्जन लोग शामिल हैं। कोर कमांडर स्तर की वार्ता में चीनी पक्ष का प्रतिनिधित्व दक्षिणी शिंचियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन कर रहे हैं। चीन की तरफ से भी दो कर्नल रैंक के अधिकारी सहित कुल आधा दर्जन लोग मीटिंग में शामिल हुए हैं।
हालांकि चीन ने एलएसी पर तनातनी के बीच वार्ता से ठीक एक दिन पहले अपने पश्चिमी थिएटर कमांड ग्राउंड बलों के लिए सीमा पर लेफ्टिनेंट जनरल जू क्विंग को नया सेना कमांडर नियुक्त किया है। वार्ता से एक दिन पहले शुक्रवार को विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्व एशिया) नवीन श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चीनी विदेश मामलों के महानिदेशक वू जियांगहो के साथ वार्ता की। इसमें दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि एक दूसरे की संवेदनाओं, चिंताओं और आकांक्षाओं का सम्मान करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण चर्चा के माध्यम से अपने मतभेदों को संभालना चाहिए और उन्हें विवाद नहीं बनने देना चाहिए।
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