रांची। अपनी बहू द्वारा लगाये गये बेहद संगीन आरोपों के बाद राज्य के पूर्व डीजीपी डीके पांडेय चौतरफा घिरते जा रहे हैं। पुलिस उनके खिलाफ दायर प्राथमिकी की जांच में लगातार आगे बढ़ रही है। पूर्व डीजीपी की बहू रेखा मिश्रा द्वारा शनिवार को महिला थाना में दर्ज प्राथमिकी के मामले में पुलिस की टीम ने मंगलवार को कई लोगों से अनौपचारिक पूछताछ की। सोमवार को केस की अनुसंधानक स्नेहलता ने कचहरी रोड स्थित डीजीपी के सरकारी आवास पर जाकर जांच की थी। अब पुलिस की टीम शुभांकर पांडेय के जमशेदपुर सर्किट हाउस के पास स्थित केडी फ्लैट्स के घर पर जाकर जांच करने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने रेखा मिश्रा ने उस बैंक लॉकर की जानकारी भी ली है, जिसके बारे में उन्होंने अपनी प्राथमिकी में जिक्र किया है। पुलिस उस बैंक लॉकर की जांच भी करेगी। रेखा मिश्रा ने आरोप लगाया है कि विवाह के समय उनके स्त्रीधन पर उनकी सास डॉ पूनम पांडेय और पति शुभांकर पांडेय ने कब्जा कर लिया और उनके सारे जेवरात उतरवा कर बैंक लॉकर में रख दिये गये। प्राथमिकी में कहा गया है कि स्त्रीधन की पूरी
सूची वह मांगे जाने पर उपलब्ध करा देंगी।
पूर्व डीजीपी की पत्नी पर कई गंभीर आरोप
रेखा मिश्रा ने अपनी सास डॉ पूनम पांडेय पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा है कि उनकी सास को अपने पुत्र के समलैंगिक होने की पूरी जानकारी थी। जब बहू ने उनसे इस बारे में बात की, तो उन्होंने रेखा मिश्रा को अपनी पसंद के किसी पुरुष से संबंध बनाने को कहा। इसके बाद उन्होंने अपनी बहू पर टेस्ट ट्यूब बेबी का उपाय अपनाने के लिए दबाव बनाया। प्राथमिकी में कहा गया है कि डॉ पूनम पांडेय किसी भी कीमत पर अपनी बहू को परिवार से अलग होने देने के लिए तैयार नहीं थीं, क्योंकि उन्हें इस बात का डर था कि उनके बेटे की असलियत दुनिया के सामने आ जायेगी। यही कारण है कि जब उन्हें उनके बेटे-बहू ने आपसी सहमति से तलाक लेने की जानकारी दी, तो उन्होंने अपनी बहू पर विवाहेतर संबंध का आरोप लगाते हुए तलाक का मुकदमा दर्ज करा दिया।
फोन पर बात करने की इजाजत नहीं थी
रेखा मिश्रा ने आरोप लगाया है कि उनकी सास खुद फोन पर अपने रिश्तेदारों से बात करती थीं, लेकिन अपनी बहू को अपने माता-पिता या मायकेवालों से बात करने की इजाजत नहीं देती थीं।
घर में घुसने से भी रोका
बकौल रेखा मिश्रा, जब कुटुंब न्यायालय में तलाक का मुकदमा दायर हुआ और उसमें उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाये गये, तब वह अपने पति से मिलने गयी थीं। उस समय उनके ससुर डीजीपी थे। गेट पर तैनात संतरी और अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घर में घुसने से रोक दिया और कहा कि मैडम का यही आदेश है।
शुभांकर ने पत्नी पर लगाया था आरोप
इधर शुभांकर पांडेय ने कुटुंब न्यायालय में तलाक की जो अर्जी दी थी, उसमें उन्होंने अपनी पत्नी रेखा मिश्रा पर विवाहेतर संबंध का आरोप लगाया था। उन्होंने अपनी याचिका में कहा था कि उनकी पत्नी का किसी पीयूष विजयवर्गीय से अवैध संबंध है। याचिका में पांच मोबाइल नंबर भी दिये गये थे, जिनके लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड की जांच करने का आग्रह किया गया था।