आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। एनआइए की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड की चर्चित कंपनी रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के दफ्तर पर छापामारी की। दोपहर शुरू हुई यह छापामारी देर शाम तक चली। सूत्रों के अनुसार एनआइए ने टेरर फंडिंग मामले में यह छापामारी की है, हालांकि इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं बताया गया है।
जानकारी के अनुसार एनआइए की टीम दिन में दो बजे के करीब रांची के कचहरी रोड पर पंचवटी प्लाजा स्थित कंपनी के दफ्तर में पहुंची। वहां टीम ने एक-एक फाइल की फोटो कॉपी करायी और फिर उन दस्तावेज को अपने साथ ले गयी। टीम ने कर्मचारियों से भी पूछताछ की और यह जानने की कोशिश की कि इस कंपनी का काम झारखंड के अलावा और कहां-कहां चलता है। किन उग्रवादग्रस्त इलाकों में काम करने का ठेका इस कंपनी को मिला है। ठेका कैसे मैनेज हुआ, इस बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। पिछले पांच वर्षोंं में इस कंपनी को जितने भी ठेके मिले हैं, उसके संबंध में भी कर्मचारियों से पूछताछ की गयी। छापामारी के दौरान दफ्तर में मौजूद सभी कर्मचारियों के मोबाइल बंद करा दिये गये थे। सूत्रों के मुताबिक झारखंड में टेरर फंडिंग के दूसरे मामलों की जांच के क्रम में इस कंपनी का नाम सामने आया था।
इसके बाद एनआइए की टीम सबसे पहले कंपनी के प्रोपराइटर रंजन सिंह के बरियातू के चेशायर होम रोड स्थित आवास पर गयी, लेकिन 10 मिनट में ही वहां से लौट गयी। इधर एनआइए की पूरी टीम पंचवटी प्लाजा के आसपास खड़ी थी। संकेत मिलते ही टीम ने कार्यालय को घेर लिया और कार्रवाई शुरू की। रांची पुलिस को पंचवटी प्लाजा के बाहर तैनात किया गया है। बताते चलें कि रामकृपाल कंस्ट्रक्शन झारखंड की पूर्व सीएस की कृपापात्र कंपनियों में शामिल है। झारखंड विधानसभा का नया भवन इसी कंपनी ने बनाया है और हाइकोर्ट का नया भवन भी यही बना रही है।