अजय शर्मा
रांची। रांची के मोरहाबादी बोड़ेया रोड स्थिति एक फ्लैट में नियम विरुद्ध छापामारी करने में शामिल पतरातू थाना की पूरी टीम को सस्पेंड कर दिया गया है। इसमें थाना प्रभारी अजय भारती, दारोगा मुराद हसन, आरक्षी धनोज कुमार और देवलाल मुर्मू शामिल हैं। सर्किल इंस्पेक्टर विपिन कुमार सिंह से शो-कॉज पूछा गया है। इन सब पुलिसकर्मियों को राजेश राम के घर पर गलत तरीके से छापामारी करने में दोषी पाया गया है। बताते चलें कि 11 जून को इस पूरे घटनाक्रम पर आजाद सिपाही ने एक खबर प्रकाशित की थी। हजारीबाग के डीआइजी अमोल वेणुकांत होमकर इस मामले की जांच कर रहे हैं।
क्या है मामला : पतरातू पुलिस की टीम दो जून को राजेश राम के मोरहाबादी के पास बोड़ेया रोड स्थित किराये के फ्लैट पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि पुलिस ने ही हथियार भी प्लांट किया था और तीन जून को जेल भेज दिया था। पतरातू पुलिस ने इस घटना पर गलत एफआइआर दर्ज की। वहां के दारोगा मुराद हसन के बयान पर पतरातू थाना कांड संख्या 110/20 दर्ज किया गया, जिसमें यह लिखा है कि पुलिस नलकरी पुल के पास वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी क्रम में पिठोरिया घाटी की तरफ से एक स्कॉर्पियो आ रही थी। पुलिस को देख कर उसमें बैठे लोग पिठोरिया की ओर लौटने लगे। पीछा करके पुलिस ने राजेश राम और शिवा महली को गिरफ्तार किया। उनके पास से हथियार भी मिले। जांच में इस एफआइआर पर सवाल खड़ा किया गया है।

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