बरहेट। संताल विद्रोह (हूल आंदोलन) के नायक सिदो-कान्हू के वंशजों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। वे अपने संबंधी रामेश्वर मुर्मू की हत्या की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। इसके साथ हूल दिवस के पहले ही संथाल परगना की राजनीति गरमा गयी है। साहिबगंज जिले के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के भोगनाडीह स्थित शहीद सिदो-कान्हू की प्रतिमा के सामने गुरुवार को दिवंगत रामेश्वर मुर्मू की पत्नी कपको किस्कू आठ वर्षीय पुत्री जिया मुर्मू, चार वर्षीय पुत्री अंशु मूर्मू तथा एक वर्षीय पुत्र बाबूधन मुर्मू के साथ धरना पर बैठ गयी। धरना में सिदो-कान्हू के वंशजों के अलावा अन्य लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। बता दें कि सिदो-कान्हू और भोगनाडीह का झारखंड की राजनीति में खास स्थान है। आदिवासी समाज इन्हें अपने नायक के तौर पर देखता है। यहां 30 जून को हूल दिवस पर राज्य के मुख्यमंत्री सिदो-कान्हू को श्रद्धाजंलि देने के लिए आते रहे हैं। झारखंड खासकर संताल के नेताओं का यहां जमावड़ा लगता है। हूल दिवस से पांच दिन पूर्व भोगनाडीह में आंदोलन को भाजपा भुनाने में लगी है और सीबीआइ जांच की मांग को लेकर दबाव बना रही है। बताते चलें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से ही विधायक हैं, जिसके तहत भोगनाडीह गांव आता है।
यह है मामला
13 जून को रामेश्वर मुर्मू का शव खेत में मिला था। परिवार वालों का आरोप है कि उनकी हत्या हुई है। इस मामले में रामेश्वर की पत्नी के बयान पर सद्दाम अंसारी के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी। हत्यारे की गिरफ्तारी के लिए भाजपा ने आंदोलन शुरू किया तो सद्दाम ने साहिबगंज कोर्ट में 23 जून को आत्मसमर्पण कर दिया। परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस हत्यारे को बचा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छेड़छाड़ हुई है। वे पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर भाजपा राज्य सरकार पर हमलावर है।
सरकार सीबीआइ जांच को तैयार
वीर सिदो-कान्हू के वंशज की मौत को भाजपा द्वारा मुद्दा बनाये जाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य सरकार मामले की सीबीआइ जांच की अनुशंसा के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सीबीआइ के अधिकारियों को जांच के लिए दिल्ली से झारखंड जल्द भेजा जाये। यदि सीबीआइ से भी कोई बड़ी जांच एजेंसी हो, तो सरकार इस मामले में उससे भी जांच कराने को तैयार है। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा इस मामले को तूल देने पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि झारखंड भाजपा के नेता इस प्रकरण में कूद पड़े हैं। उनको जवाब देना जरूरी है। इस मामले में जांच चल रही है और जल्द ही जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जायेगी।