रांची। कोरोना की वजह से लेह-लद्दाख जैसे इलाकों से झारखंड वापस लौटे प्रवासी मजदूर अब फिर से चीन बॉर्डर पर काम करने वापस जा रहे हैं। बॉर्डर रोड आॅर्गेनाइजेशन के साथ हुए करार के बाद 1200 श्रमिक शुक्रवार को दुमका से रवाना होंगे। सीएम हेमंत सोरेन स्वयं मौके पर मौजूद रहेंगे। श्रमिकों को लेकर दुमका और देवघर से लगभग 7 ट्रेनें 12 जून से 7 जुलाई के बीच अलग-अलग इलाकों को रवाना होंगी। आधिकारिक सूचना के अनुसार शुक्रवार को पहली ट्रेन दुमका से उधमपुर रवाना होगी। ट्रेन की रवानगी के पहले दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी और बीआरओ के बीच एक समझौता भी होगा।
समझौते के आधार पर मजदूर उन इलाकों में काम करने जायेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बीआरओ के एडीजी पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखायेंगे। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि बाकी है। मजदूरों का पंजीयन और उनका डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। बता दें कि संथाल परगना इलाके से बड़ी संख्या में श्रमिक बीआरओ के लिए काम करने जाते हैं। पहले ठेकेदारों के माध्यम से मजदूरों को वहां भेजा जाता था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल के बाद बीआरओ और राज्य सरकार के बीच समझौते के आधार पर अब मजदूर वहां काम करने जा रहे हैं। देश में यह पहला मौका है जब बीआरओ राज्य सरकार के साथ मजदूरों को ले जाने के लिए समझौता पर हस्ताक्षर करने जा रहा है।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version