जम्मू कश्मीर में सेना और पुलिस के जवानों को निशाना बनाने के आतंकवादियों के मंसूबे लगातार ध्वस्त होते जा रहे हैं। आतंकवादियों ने सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में आईईडी धमाका करने की कोशिश की, लेकिन सतर्क सुरक्षाबलों ने समय रहते पता लगा आतंकियों की साजिश को नाकाम बना दिया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार त्राल के सैमू इलाके में आईईडी लगाया गया था। जिसका वजन 5-7 किलोग्राम था। कहा जा रहा है कि जिस जगह यह आइईडी लगाया गया था, वहां से सेना का काफिला गुजरने वाला था। काफिले के निकलने से पहले ही सेना की आरओपी की टीम सड़क की जांच पर निकली। उन्होंने सैमू इलाके में सड़क किनारे संदिग्ध वस्तु को देखा। शक हुआ कि यह आईईडी हो सकती है।
उन्होंने तुरंत मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी और बम निष्क्रिय दस्ते को सूचित किया। बम निष्क्रिय दस्ते ने मौके पर पहुंचकर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। सावधानी के साथ आईईडी को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया और विस्फोट कर नष्ट किया गया। सैन्य सूत्रों का कहना है कि यदि आतंकवादी अपने मकसद में कामयाब हो जाते तो इससे सेना या फिर अन्य सुरक्षाबलों को काफी नुकसान होता।
कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार भी कह चुके हैं कि कश्मीर घाटी में इतनी तादाद में आईईडी का मिलना इस बात का सूचक है कि आतंकवादी संगठनों के पास काफी तादाद में विस्फोटक सामग्री मौजूद है। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों को पहले ही इस बारे में सतर्क कर दिया गया है।
कुछ दिन पहले सुरक्षाबलों ने चनापोरा पुलिस चौकी के पास से भी आईईडी बरामद किया था। उससे पहले अवंतीपोरा से एक ही दिन में दो आईईडी बरामद हुए। सुरक्षाबलों के आतंकवादियों पर कसते शिकंजे से परेशान आतंकी संगठन अब आईईडी के सहारे सुरक्षाबलों को बड़ा नुकसान पहुंचाने की फिराक में हैं।