पूर्व कानून मंत्री राम जेठमलानी के बेटे और वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी को राज्यसभा के लिए राष्ट्रपति के द्वारा मनोनीत किया गया है। महेश जेठमलानी एक वरिष्ठ वकील और राजनीतिज्ञ हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने भाजपा पार्टी से इस्तीफा दिया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोदी सरकार की सहमति के बाद राष्ट्रपति ने उनके नाम पर मुहर लगाई है। महेश जेठमलानी वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के बेटे हैं। साथ ही वह देश के सबसे महंगे वकीलों की लिस्ट में आते हैं। साल 2009 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और लोकसभा चुनाव में प्रिया दत्त के खिलाफ मुंबई से चुनाव लड़ा था।

वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी ने रविवार को कहा कि उन्हें राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। मुझे राज्यसभा के लिए मेरे नामांकन के बारे में सूचित किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि महेश जेठमलानी का नामांकन दो सीटें खाली होने के बाद मनोनीत किया गया। स्वपन दासगुप्ता ने इस साल मार्च में राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें बीजेपी ने बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान चुनावी मैदान में उतारा था और रघुनाथ महापात्रा का कोरोना से निधन हो गया था।

बता दें कि राष्ट्रपति को अधिकार है कि वह केंद्र की सलाह पर राज्यसभा के लिए 12 सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं। साहित्य, विज्ञान, खेल, कला और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों से लिए जाते हैं।

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