नई दिल्ली। भारतीय सेना में भर्ती की नई ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और तेलंगाना सहित विभिन्न राज्यों में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के चलते अब तक 316 ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई हैं। योजना का विरोध कर रहे उपद्रवियों ने शुक्रवार को रेलवे स्टेशनों को निशाना बनाया और बिहार और तेलंगाना में कुछ ट्रेनों में आग लगा दी।

रेल मंत्रालय ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रेनों को रद्द करने या आंशिक रूप से समाप्त करने का निर्णय लिया। मंत्रालय के अनुसार आज शाम साढ़े चार बजे तक 80 मेल एक्सप्रेस और 134 पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दी गईं। इसके अलावा 61 मेल एक्सप्रेस और 30 पैसेंजर ट्रेन को आंशिक रूप से रद्द किया गया। वहीं 11 मेल एक्सप्रेस को डायवर्ट किया गया।

मामले की गंभीरता को समझते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल न होने और रेल संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की। वैष्णव ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील करते हुए कहा कि रेलवे राष्ट्र की संपत्ति है। यह आपकी सेवा के लिए है। उन्होंने कहा कि जनसामान्य की सेवा के लिए इसे क्षति न पहुंचाएं। देशभर में कई स्थानों पर ट्रेन की बोगियों में आग लगाये जाने की घटनाओं पर चिंता जताते हुए रेल मंत्री ने कहा कि युवा ट्रेन को आग के हवाले न करें। उन्होंने कहा कि यह संवेदनशील सरकार है और वह आपकी बात को सुनेगी।

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