नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी को धन शोधन से जुड़े मामले में सम्मन भेजा है। यह मामला नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र से जुड़ा है जिसे कांग्रेस पार्टी चलाती है।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से दिल्ली के ट्रायल कोर्ट को इस बारे में शिकायत दी गई थी। इसके बाद आयकर विभाग की जांच शुरू हुई थी। नेशनल हेराल्ड मामला इक्विटी लेनदेन में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति के कथित दुरुपयोग से संबंधित है। स्वामी ने अपनी शिकायत में कहा था कि नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र के अधिग्रहण के दौरान हेराफेरी की गई है।
इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यह नोटिस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से दिया गया है और इससे स्पष्ट है कि ‘तानाशाह’ डर गया है।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इस देश में अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर राजनीतिक विरोधियों को डराना-धमकाना और देश का ध्यान भटकाने जैसी तकनीक अब पुरानी हो चुकी है। “हम न डरेंगे, न झुकेंगे और सीना ठोक कर ऐसे कारनामों का सामना करेंगे।”
उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में लगाया गया आरोप मनगढ़ंत व काल्पनिक है। यह आरोप राजनीतिक प्रतिशोध की भावना के अलावा और कुछ भी नहीं है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने अप्रैल में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पूछताछ की थी।