रांची। राज्य समन्वय समिति की पहली बैठक कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पर शिबू सोरेन की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई। इस दौरान बैठक में कई निर्णय लिए गए।
बैठक में मांडर विधानसभा उपचुनाव को महागठबंधन के तीनों दलों झामुमो, कांग्रेस और राजद के एकजुट होकर लड़ने, महागठबंधन में शामिल तीनों राजनीतिक दल के चुनावी घोषणा पत्र में जनता से किए वादे पर आधारित कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की प्रक्रिया शुरू करने और राज्य तथा रांची के वर्तमान हालात पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह राज्य समन्वय समिति की पहली बैठक थी, इसलिए मुख्य रूप से यह नीति निर्धारण होना था कि हम किन किन विषयों पर चर्चा करेंगे। चाहे वह राजनीति मामले हो या सरकार के मामले हों। लगभग एक घंटे चली इस बैठक में मांडर में होनेवाले उपचुनाव और राज्य की कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।
बैठक के बाद मौके पर कांग्रेस विधायक दल के नेता और समिति के सदस्य अलमगीर आलम ने कहा कि राज्य में नौकरी में बैकलॉग को लेकर भी बात हुई है। उन्होंने कहा की 10 जून को हुई हिंसा पर भी बात हुई और दोषियों, चाहे वो अधिकारी ही क्यों न हों उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बैठक में यह तय हुआ कि मांडर उपचुनाव के बाद इस मामले में कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि मांडर उप चुनाव में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जायेंगे। उसकी तिथि भी जल्द तय की जाएगी। बैठक में सीएम हेमन्त सोरेन, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम , मंत्री सत्यानंद भोक्ता, पूर्व विधायक बंधु तिर्की, विनोद कुमार पांडेय और फागु बेसरा सहित अन्य शामिल थे।