रांची। भाजपा विधायक दल नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर झारखंड के सभी जिला एवं अनुमंडल कोर्ट में जैप आइटी के माध्यम से सीसीटीवी लगाने संबंधी कार्य में अनियमितता की जांच कराने की मांग किया है। पत्र में लिखा है कि झारखंड के कतिपय विभागों में आपूर्ति एवं निर्माण संबधी कार्यों में भ्रष्टाचार एवं अनियमितता के मामले उजागर होना चिंताजनक है। अगर ऐसी शिकायतें राज्य में न्यायपालिका से जुड़े कार्यों में भी सामने आने लगे, तो इनकी तत्काल जांच कराना राज्यहित में आवश्यक है। उन्होंने लिखा है कि आप अवगत होंगे कि विभिन्न जिला एवं अनुमंडल कोर्ट में जैप आइटी के माध्यम से सीसीटीवी अधिष्ठापन कार्य कराया जा रहा है। इसके लिए एजेंसी के बतौर ह्यबेसिलह्ण का चयन किया गया है। जैप आइटी के पत्र दिनांक 29.07.2022 के अनुसार चयनित एजेंसी को समस्त उपकरणों का एन.ए.बी.एल. जांच प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होता है। इस संदर्भ में यह उल्लेख करना भी प्रासंगिक होगा कि बेसिल कंपनी में उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले सामने आए हैं। अप्रैल 2023 के अंतिम सप्ताह में सीबीआइ ने बेसिल के सीएमडी जॉर्ज कुरूविला को तीन लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। अखबारों में प्रकाशित खबर के अनुसार एक ठेकेदार से बेसिल के सीएमडी जॉर्ज कुरूविला और जीएम रमित लाला ने काम दिलाने और बकाया राशि के भुगतान करने के एवज में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार की शिकायत पर सीबीआइ ने बेसिल के जीएम रमित लाला समेत अन्य चार लोगों को भी गिरफ्तार किया था। बेसिल में शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार के ऐसे गंभीर मामलों को देखते हुए झारखंड में उक्त कंपनी द्वारा कराए जा रहे कार्यों में भ्रष्टाचार की संभावनाओं की समुचित जांच कराना बेहद आवश्यक है। खासकर न्यायालय से जुड़ा कार्य होने के कारण इसकी संवेदनशीलता को भी आप समझ रहे हैं।
बाबूलाल मरांडी ने सीसीटीवी लगाने संबंधी कार्य में अनियमितता की जांच कराने की मांग किया
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