शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस साल जून में रातें जनवरी जैसी सर्द हैं। मौसम के इस रुख से राज्य के मध्यवर्ती व पहाड़ी इलाकों में ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़े इस्तेमाल कर रहे हैं। शिमला, मनाली, डलहौजी व चायल जैसे पर्यटन स्थलों का रुख कर रहे सैलानियों को गर्म कपड़े खरीदने पड़ रहे हैं।
मौेसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक शुक्रवार को राज्य के 10 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। शिमला में लगभग दो दशक बाद जून में न्यूनतम तापमान जनवरी की तर्ज पर रिकार्ड हुआ है। यहां का पारा सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकार्ड किया जा रहा है।
शिमला में शुक्रवार का न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक दिन पहले यहां का न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ था। इससे पहले वर्ष 1999 में चार जून को शिमला का न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। वर्ष 2000 से 2022 तक शिमला शहर का पारा 11 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ था। इसके अलावा सराहन में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस , मशोबरा में 8.4 डिग्री सेल्सियस, रिकांगपिओ में 8.8 डिग्री सेल्सियस, नारकंडा में 5.2 डिग्री सेल्सियस, कुकमसेरी में 5.1 डिग्री सेल्सियस, कुफरी में 6.7 डिग्री सेल्सियसऔर किन्नौर के कल्पा में 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है।
हिमाचल प्रदेश का जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का मुख्यालय केलांग राज्य में सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विभाग ने कहा है कि राज्य का न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकार्ड किया जा रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि राज्य में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से बारिश और बर्फबारी हो रही है। इससे तापमान काफी गिर गया है। उन्होंने कहा कि बीती रात चंबा में 18, डल्हौजी में 15, सोलन में 9, सराहन में 8, पालमपुर व भुंतर में 5, उना में 4, मंडी, नारकंडा, शिमला व सुंदरनगर में 3-3 मिलीमीटर और कल्पा व धर्मशाला में 2-2 मिली वर्षा हुई है। राज्य के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में आगामी 24 घंटों के दौरान अंधड़, बारिश व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट है।