देहरादून। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परत चढ़ाने पर उठे विवाद को लेकर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सचिव धर्मस्व हरिचंद्र सेमवाल को जांच के निर्देश देकर गढ़वाल कमीश्नर की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करने को कहा है। जांच कमेटी में तकनीकी विशेषज्ञों के साथ-साथ सुनार को भी शामिल करने की बात कही गई है।
सतपाल महाराज ने कहा कि विपक्षी दल आस्था से जुड़े इस मामले को अनावश्यक तूल देकर चारधाम यात्रा में खलल डालने की कुचेष्टा न करे। गढ़वाल कमीश्नर की अध्यक्षता में जांच कमेटी के गठित करने के निर्देश दिए जा चुके हैं जो भी दोषी पाया जायेगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धार्मिक आस्था से जुड़े इस मामले को लेकर बेहद संवेदनशील है। मेरा विनम्र आग्रह है कि इस प्रकार के मामलों को विवादों में न डाला जाए। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अधिनियम-1939 में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप ही दानी दाता से दान स्वीकारा गया है और श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने के लिए प्रदेश शासन से अनुमति ली गई।
सतपाल महाराज ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के विशेषज्ञों की देख देख में ही स्वर्ण मंडित करने का कार्य किया गया था। बीकेटीसी द्वारा केदारनाथ मन्दिर के गर्भगृह की दीवारों पर सोने की परत चढ़ाने की अनुमति दानी दाता की पावन भावना के अनुरूप दी गई।