नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में नर्सिंग प्रोफेशनलों को वर्ष 2022 और 2023 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए।
वर्ष 2022 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्राप्त करने वालों में दिल्ली की अनीता नाकरा और मेजर जनरल स्मिता देवरानी के अलावा नमिता कलिता (असम), सुजाता पीटर टस्कानो (महाराष्ट्र), डिमखानमन हंगशिंग (मणिपुर), तेजावथ सुशीला (तेलंगाना), रीटा मंडल (पश्चिम बंगाल), रिलायंस पिरंगप (मेघालय), एथोडो लिंग्गी (अरुणाचल प्रदेश), डॉ. पोरेड्डी विजयलक्ष्मी (कर्नाटक), हिंडुम्बी के. (लक्षद्वीप), सेबती साहू (ओडिशा), नीरज तम्बोलिया (राजस्थान), गणपति संथी (तमिलनाडु) और मंजू केरा (उत्तराखंड) का नाम शामिल है।
अनीता नाकरा दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, जीटीबी अस्पताल में सहायक निदेशक नर्सिंग के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कोविड-19 के दौरान भी कैंसर देखभाल केंद्र को चालू रखा। वहीं मेजर जनरल स्मिता देवरानी, वीएसएम वर्तमान में सेना मुख्यालय दिल्ली में सैन्य नर्सिंग सेवा की अतिरिक्त महानिदेशक हैं। उन्होंने कोविड-19 के दौरान नर्सिंग सेवाओं को व्यवस्थित करने के लिए विभिन्न नवाचारों को पेश करने की पहल की और सभी एएफएमएस अस्पतालों में टीकाकरण अभियान को सुव्यवस्थित किया।
वर्ष 2023 के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्राप्त करने वालों में सुचित्रा मिस्त्री (अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह), गायत्री कुमारी (बिहार), नागरत्ना टी (कर्नाटक), मंजूलता महराणा (ओडिशा), सुगंधी के (तमिलनाडु), अंबिका प्रधान (सिक्किम), फिरदौसा जान (जम्मू-कश्मीर), गीता ए आर (केरल), ब्रिगेडियर अमिता देवरानी (महाराष्ट्र), पुष्पा श्रवण पोडी (महाराष्ट्र), इरोम चंद्रबाला देवी (मणिपुर), सी जोपारी (मिजोरम), साथियाकानी थंगराज (पुडुचेरी), माधवी राणे चिखाले (पंजाब) और अबिष्मिता घोष (पश्चिम बंगाल) का नाम शामिल है।
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की स्थापना भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 1973 में नर्सों और नर्सिंग प्रोफेशनलों द्वारा समाज को प्रदान की गई सराहनीय सेवाओं के सम्मानस्व्रूप की गई थी।