जबलपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचीं। वे यहां इस साल के अंत में प्रदेश में प्रदेश विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने के लिए आई हैं। उन्होंने सबसे पहले ग्वारीघाट पर 101 ब्राह्मणों के साथ 20 मिनट तक नर्मदा पूजन किया। इसके बाद वे शहीद स्मारक ग्राउंड पहुंची, जहां मंच से 11 पंडितों ने शंख बजाकर चुनावी प्रचार अभियान का शंखनाद किया।
प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार सुबह विमान से जबलपुर आईं और डुमना एयरपोर्ट से सीधे गौरीघाट पहुंचकर नर्मदा पूजन किया। यहां 11 पुजारियों ने मंत्रों का वाचन किया। इसके बाद उन्होंने उमाघाट पर मां नर्मदा की पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे भंवरताल गार्डन पहुंचीं, जहां रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। प्रियंका वाड्रा भंवरताल गार्डन में रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद लोक नृत्य कलाकारों से मिलीं और आदिवासी नेताओं से मिलकर उनका हालचाल पूछा। इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ समेत बड़ी संख्या में पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
इसके बाद प्रियंका ने स्मारक ग्राउंड में आयोजित सभा के मंच से मध्य प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर कमल नाथ को उन्हें बजरंग बली का गदा भेंट किया गया। कांग्रेस ने जबलपुर में तिराहों-चौराहों पर राम भक्त हनुमान की 30-30 फीट की गदा (प्रतीक के तौर पर) लगाई हैं। एक कांग्रेस कार्यकर्ता हनुमान जी की वेशभूषा में सभा में पहुंचा है। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। प्रियंका की सुरक्षा में पुलिस के 200 से अधिक अफसर और जवान सुरक्षा में तैनात हैं।
यह मत सोचिएगा कि मैं बूढ़ा हो गया हूं: कमलनाथ
सभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रियंका गांधी ने यहां आने से पहले नर्मदा पूजन की शर्त रखी थी। संस्कारधानी जबलपुर आकर मुझे जवानी के दिनों की याद आती है। यह मत सोचिएगा कि मैं बूढ़ा हो गया है। हमारे संस्कार दिल और रिश्ते जोड़ने के हैं। हमारे देश के अलावा किसी देश में इतने धर्म, जातियां, देवी-देवता, त्योहार नहीं हैं। जोड़ने की संस्कृति की राजधानी जबलपुर है। उन्होंने कहा कि मैं हिंदू हूं, गर्व से कहता हूं, लेकिन बेवकूफ नहीं हूं। 15 साल बाद दिसंबर 2018 में आपने कांग्रेस की सरकार चुनी। शिवराज सिंह ने हमें किसानों की हत्या, बेरोजगारी, महिला अत्याचार में नंबर-1 प्रदेश सौंपा। मैं मुख्यमंत्री था, सौदा कर सकता था, लेकिन मध्यप्रदेश की पहचान सौदे से नहीं बनाना चाहता था। मैंने कहा कि मुझे कुर्सी नहीं चाहिए, मैंने सौदा नहीं किया।
मैं शिवराज को कलाकारी में नहीं हरा सकता, पर सच्चाई में हरा सकता हूं
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह ने महंगाई, बेरोजगारी, कोरोना की मौत, माफिया राज, रेप, घर-घर शराब दी। यह उनकी उपलब्धि है। मैं उनसे मुकाबला नहीं कर सकता। उनके नाचने से मुकाबला नहीं कर सकता। उन्हें कलाकारी में नहीं हरा सकता। घोषणाओं में नहीं हरा सकता, लेकिन सच्चाई में हरा सकता हूं। शिवराज सिंह को चुनौती देता हूं कि ये चुनाव किसी उम्मीदवार का, पार्टी का नहीं है, ये चुनाव मध्यप्रदेश के भविष्य का है। आपको तय करना है आप कैसा प्रदेश आगे की पीढ़ियों को सौंपना चाहते हैं।
इससे पहले सभा में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि जबलपुर और महाकौशल क्षेत्र के साथ अन्याय हुआ। विंध्य, महाकौशल और बुंदेलखंड में एक भी मंत्री नहीं है। स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास से वंचित रखा गया। मैं कहता हूं कांग्रेस की सरकार आने पर जबलपुर और आसपास 10 हजार नौकरियां मिलेंगी। नर्मदा में रेत का अवैध खनन बंद होगा। हमने इससे ज्यादा भ्रष्ट सरकार नहीं देखी। इन्होंने ईश्वर को भी नहीं छोड़ा। ईश्वर के मंदिर को भी खंडित कर दिया। ईश्वर इन्हें माफ नहीं करेगा। अब तो कांग्रेस का आना तय है। सभा को नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने संबोधित किया।