पटना। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर ने मंगलवार को पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में विश्वविद्यालयों की परीक्षा समय पर नहीं होती है। ऐसा देश में कहीं नहीं होता। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों को सेशन सुचारू करने का निर्देश दिया। उन्होंने नई शिक्षा नीति की खूबियों को भी गिनाया।
पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह मंगलवार को सुबह 11 बजे से श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शुरू हुआ। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। डॉ. शकुंतला राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो. राणा कृष्णपाल सिंह ने समारोह का शुभारंभ किया।
सभी अतिथियों का स्वागत कुलपति प्रो. आरके सिंह ने किया। पीजी सत्र 2020-22 के लिए आयोजित दीक्षांत समारोह में 27 विद्यार्थियों को राज्यपाल ने गोल्ड मेडल दिया। समारोह में हर विषय में पहले से लेकर 35वें स्थान पर रहे विद्यार्थियों ने भाग लिया।
दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए निबंधित सभी विद्यार्थियों को ड्रेस कोड में रहना था। सभी को आवश्यक सामग्री मुहैया करा दी गई थी। इसमें छात्रों के लिए कुर्ता-पैजामा और छात्राओं के लिए सफेद सलवार, लेमन पीला कुर्ता, लेमन पीला, लाल बार्डर की साड़ी और साथ में लाल ब्लाउज के साथ ड्रेस निर्धारित किया गया था।
इन छात्र-छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल
इशिता (बॉटनी)
आफरिन अस्मत (रसायनशास्त्र)
अमित कुमार (भौतिकी)
दिनेश कुमार (गणित)
सूरज कुमार वर्मा (जूलोजी)
मनीष कुमार (इलेक्ट्रानिक्स)
आनंद कुमार (पर्यावरण विज्ञान)
शुभम कुमार दास (कामर्स)
आरती कुमारी (अंग्रेजी)
खुशबू सुंदरम (भूगोल)
आरती वत्स (हिंदी)
खुशबू कुमारी (इतिहास)
चंदा कुमारी (गृह विज्ञान)
राखी (एलएसडब्ल्यू)
अंबिका राज (संगीत)
शिवानी केसरी (फिलोसफी)
सुगंधा राजदुलारी (राजनीतिक विज्ञान)
विकास कुमार (मनोविज्ञान)
फाल्गुनी सोनी (लोक प्रशासन)
लकी कुमारी (संस्कृत)
संजीव कुमार (समाजशास्त्र)
फिरदौस कुमार (उर्दू)
शुभम सिंह (पाली)
ईस्वरी गुप्ता (एमबीए)
अश्विनी कुमार सिन्हा (एमसीए)
रूही कुमारी (एमएससी बायो टेक)