गिरिडीह। एक बड़े कारोबारी के बेटे और लाखों पैकेज की नौकरी करने वाले चंद्रजीत सिंह वाधवा (24) का शव शुक्रवार दोपहर उसके मकतपुर लोहार गली रोड स्थित आवास में फंदे से लटका मिला। इस दौरान मृतक के नाना ने गिरिडीह नगर थाना पुलिस को जानकारी दी कि उनका नाती चंद्रजीत सिंह वाधवा को वह कॉल कर रहे थे, लेकिन कॉल उठा नहीं रहा था। इसके बाद नगर थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद भी पुलिस जवानों के साथ तुरंत उसके मकतपुर लोहार गली रोड स्थित आवास पहुंचे और घर का मेन गेट तोड़ कर भीतर गये, तो देखा कि शव फंदे से लटक रहा है। इस दौरान पुलिस को देखने के बाद अगल-बगल के रिश्तेदार भी उसके घर घुसे। पुलिस ने रिश्तेदारों के सहयोग से शव को नीचे उतारा और शव की जांच की। मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसने मृतक चंद्रजीत ने अपनी इच्छा से आत्महत्या की बात लिख रखी थी। लेकिन आत्महत्या क्यों की, ये फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। जबकि मृतक के पिता करोड़ों रुपये की संपति के मालिक हैं और वह खुद भी प्राइवेट जॉब करता था। इधर नगर थाना पुलिस ने परिजनों के सहयोग से ही शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है।

जानकारी के अनुसार युवक कोलकाता में अपनी मां के साथ रहता था, जबकि मृतक के पिता गुरुनाम सिंह की मौत डेढ़ माह पहले ही हुई थी। पिता की मौत के बाद वह कोलकाता अपनी मां के इलाज के लिए गया हुआ था और वहीं रहता था। परिजनों के अनुसार तीन दिन पहले ही चंद्रजीत अपने पुश्तैनी घर गिरिडीह आया हुआ था और पिछले तीन दिनों से घर में अकेले रह रहा था। गुरुवार की रात करीब नौ बजे अंतिम बार चंद्रजीत की बात नाना से हुई थी। नाती के खाना खाने की बात कह कर बात हुई थी। वही दूसरे दिन जब सुबह 8 बजे तक कॉल नहीं उठाया, तो गिरिडीह में रह रहे नाना ने इसकी जानकारी नगर थाना पुलिस को दी।

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