-गांव-गांव, घर-घर जाकर बतायें कांग्रेस का चरित्र, झूठ और फरेब
-भाजपा कभी भी दुबारा कांग्रेस की तानाशाही नहीं लौटने देगी
रांची। प्रदेश भाजपा द्वारा मंगलवार को आपातकाल दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया गया। भाजपा के नेता, कार्यकर्ताओं ने काला बिल्ला लगाकर इसे मनाया। प्रदेश के सभी 27 सांगठनिक जिलों में गोष्ठी आयोजित कर वक्ताओं ने आपातकाल की चर्चा की तथा देश की नयी पीढ़ी को इसे जानने और समझने का आह्वान किया। रांची महानगर भाजपा द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आपातकाल पर विस्तार से प्रकाश डाला। श्री मरांडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के डीएनए में तानाशाही और भ्रष्टाचार है। 25 जून 1975 को इंदिरा गांधी के द्वारा देश में लागू आपातकाल भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का एक काला अध्याय है।

उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र बचाने, संविधान बचाने का ढोंग, नाटक करने वालों ने भारत से लोकतंत्र को ही समाप्त करने की कोशिश की। ये वही कांग्रेस है जिसने अपने हित में बार बार संविधान में संशोधन किये। तानाशाही रवैया ऐसा कि केवल आपातकाल ही नहीं लगाया बल्कि अपने शासन का दुरुपयोग करते हुए 100 से ज्यादा बार चुनी हुई सरकारों को गिराकर राष्ट्रपति शासन लगाये।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी संविधान की बात करते हैं। उन्हें अपनी मनमोहन सरकार के कैबिनेट के निर्णय को चौराहे पर फाड़ने की बात याद रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के द्वारा इंदिरा गांधी ने जनता के साथ क्रूरता की पराकाष्ठा की। प्रेस तक की आजादी छीन ली। कांग्रेस के कुकृत्य के खिलाफ बोलने वालों को जेल में डाल दिया गया। लाखों लोगों पर झूठे मुकदमे लगाये गये। जबरन नसबंदी करायी गयी। कहा कि कांग्रेस का यही चरित्र आज भी है। झूठ फरेब, भ्रष्टाचार, सदन में हंगामा, असंवैधानिक आचरण, संवैधानिक संस्थाओं की आलोचना ये सब की पुनरावृत्ति कांग्रेस जब भी अवसर पाती है करने से नहीं चूकती।
कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता से बाहर छटपटा रही है। अब सदन में प्रोटेम स्पीकर पर भी हंगामा कर रही। इनके बयान सिलेक्टिव होते हैं। अपने सहयोगियों पर भी कहीं समर्थन तो कहीं प्रबल विरोध का नाटक करते हैं। कहा कि जनता इनके इस चरित्र को समझ चुकी है। इसलिए राहुल गांधी सत्ता में कभी नहीं आ सकते।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 60वर्षों से ज्यादा जंगल, पहाड़, गांव, टोलों में रहने वाले गरीब, आदिवासी, दलित, वंचित बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसते रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इस पाप को जनता के बीच ले जायें, गांव-गांव, टोले, गलियों, घरों तक ले जायें। उन्होंने कहा कि खासकर नयी पीढ़ी को कांग्रेस के काले कारनामों से परिचित कराने की जरूरत है।
विचार गोष्ठी में आपातकाल के दौरान मीसा कानून के तहत जेल जाने वाले रांची के विधायक सीपी सिंह, पूर्व विधायक राम चंद्र नायक, भगवान प्रसाद, उमाशंकर केडिया, प्रेम मित्तल, राजकुमार गुप्ता, प्रमोद मिश्रा, शिव गोविंद पांडेय, राधेश्याम अग्रवाल, यतींद्र लाल दास, जगन्नाथ महतो एवं भोला नाथ मिश्रा आपातकाल में आंदोलन कर जेल जाने वाले आंदोलनकारियों को प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन महानगर उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक जितेंद्र वर्मा ने किया।

कार्यक्रम में सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, जीतू चरण राम, सीमा पासवान, हेमंत दास, प्रेम मित्तल, दिन दयाल वर्णवाल,केके गुप्ता, राजीव रंजन मिश्रा, रमेश सिंह, सुनील गुप्ता, शोभा यादव, ललित ओझा, संदीप वर्मा, प्रदीप सिन्हा, मुकेश मुक्ता, कृपा शंकर सिंह, अमित सिंह, अरुण झा, राजू सिंह, संजीव साहू, बसंत दास, नीरज सिंह, जितेंद्र पटेल, राहुल चौधरी, गुड्डू सिंह, राम लगन राम, अनीता वर्मा, रोमित नारायण सिंह, गोपाल सोनी, प्रमोद शाहदेव, सोनू सिंह, रणधीर सिंह सहित सैकड़ों की तादाद में पार्टी कार्यकर्ता एवं आपाकाल में जेल यात्रा करने वाले आंदोलनकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में महानगर कार्यालय, रातू रोड से दुर्गा मंदिर चौक तक काला बिल्ला लगाकर सांकेतिक मौन जुलूस निकाला गया।

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