धनबाद जिले के ग्यारकुण्ड प्रखंड क्षेत्र में कागजों पर ही नाली का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। हालांकि पंचमोहली पंचायत के एक व्यक्ति द्वारा आरटीआई के माध्यम से राज्य सरकार से जो जानकारी मिली वह हैरान करने वाली है। दरअसल, आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार धनबाद जिले के ग्यारकुण्ड अंतर्गत पंचमोहली पंचायत के वार्ड संख्या दो में 500 मीटर लंबे नाली का निर्माण के नाम पर दो लाख 77 हजार 942 रुपये हड़प लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जबकि वास्तव में ऐसी किसी नाली का निमार्ण कभी हुआ ही नहीं। तथाकथिक नाली के निर्माण के लिए नियुक्त किए गए जूनियर इंजीनियर ने किस नाली की गुणवत्ता जांच कर अपनी रिपोर्ट अंचल पधाधिकारी को सौंपी। पंचायत के प्रधान मुखिया, सरपंच और वार्ड ने कैसे नाली निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के संबन्ध में अपनी स्वीकृति दी और अंचल पधाधिकारी ने क्यों नहीं मौके का मुआयना किया या करवाया, ताकि स्थानीय लोगों से वास्तविकता की जनकारी समाने आ पाती। इसमें मुखिया की क्या भूमिका रही? बीडीओ ने इस योजना को बंद करने का आदेश कैसे दिया? आजाद सिपाही के संवाददाता ने घटना से संबंधित मामले को लेकर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कैमरे के सामने किसी ने भी आने की हिम्मत नहीं की। वहीं, साथ ही नाली निर्माण करने वाले योजना अध्यक्ष एवं सचिव से संपर्क नहीं हो पाया।
वहीं, मुखिया ने आरोप लगाया कि बीडीओ विनोद कर्मकार के दबाव से ही अधूरे कार्य को कागज पर आनन-फानन में पूर्ण दिखाया गया। कहीं इस घोटाले में मुख्य भूमिका बीडीओ की तो नहीं? यह जांच का विषय है। वहीं, पंचायती राज के पदाधिकारी मुकेश कुमार बाऊरी ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। फिलहाल इसकी जानकारी मिल रही है, जो जांच होगी। इसके बाद ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कागजों पर ही किया गया नाली निर्माण आरटीआइ से हुआ घोटाले का पर्दाफाश
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