धनबाद/महुदा। भागाबांध ओपी प्रभारी प्रवीण कुमार को रविवार की शाम को सिटी एसपी ने कार्य में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया। बताते चलें कि भागाबांध ओपी क्षेत्र के बरारी कोक प्लांट शिव मंदिर के नजदीक छापामारी कर एक ट्रक को जब्त किया गया था, जिसमें अवैध कोयला लदा था। उसे भागाबांध ओपी को सौंप दिया गया था। लेकिन सोमवार की सुबह में ट्रक चालक वाहन लेकर फरार हो गया। इसके बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने लगे। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गयी, जिसके बाद घटना की जानकारी वरीय अधिकारियों को मिलते ही कार्रवाई की गयी। सिटी एसपी ने ओपी प्रभारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है। हालांकि ऐसा करने से पहले सिटी एसपी की पहल पर पूरी घटना की जांच की गयी, जिसमें भागाबाध ओपी के कार्य में लापरवाही दिखी। इसके बाद कार्रवाई की गयी। लोगों की मानें तो बरारी कोक प्लांट शिव मंदिर के निकट रंजीत आर्य एवं उसके सहयोगी मिल कर कोयल का अवैध कारोबार कई सालों से चला रहे हैं। कथित रूप से प्रशासन एवं मीडिया को मैनेज कर कोयले का अवैध धंधा निर्भीक होकर चलाया जा रहा है। कई बार छापामारी भी की गयी, लेकिन इसे कौन चला रहा है इसका पता नहीं चल पाता है। प्रशासन भी इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता और गाड़ी पर केस कर मामले को रफादफा कर दिया जाता है। आरोपी खुलेआम अपने काम को अंजाम देते रहते हैं। दूसरी ओर, रविवार की देर रात भाटडीह ओपी क्षेत्र के हीरक रोड पर पुलिस मुख्यालय ने दबिश देते हुए बड़ी कार्रवाई की। सूत्रों की मानें तो कोयले की अवैध खरीद बिक्री की शिकायत पर पुलिस मुख्यालय रांची से आयी टीम ने भाटडीह ओपी क्षेत्र समेत जिले के आधा दर्जन इलाकों में छापामारी अभियान चलाया। इस कड़ी में भाटडीह में संचालित अवैध खदानों से खनन कर रखे कोयले को हीरक रोड पर खड़ी ट्रकों में लादा जा रहा था। हालांकि छापामारी के दौरान पुलिस को देखते ही मजदूर, चालक और तस्कर मौके से फरार होने में सफल रहे। वहीं टीम ने छापामारी कर वहां से तीन ट्रकों को 60 टन कोयलाÑ जब्त कर लिया। जिसे भाटडीह ओपी प्रभारी को सौंप दिया गया। ओपी प्रभारी बालमुकुंद सिंह ने वरीय पुलिस के आदेशानुसार कार्रवाई करते हुए ट्रक चालक, मालिक एवं आधा दर्जन अज्ञात कोयला तस्करों के खिलाफ कांड संख्या 46/2024 भादवि की धारा 414/13, 421 एमएमडीआर एक्ट 7/9/13 माइंस एंड मिनीरल एक्ट के तहत मामला दर्ज किया हैं। बताते चलें कि उक्त कार्रवाई से कोयला तस्करो में हड़कंप मच गया है। वहीं पुलिस मुख्यालय द्वारा अचानक की गयी इस कारवाई से स्थानीय प्रशासन समेत सीआईएसएफ, माइनिंग, वन विभाग पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने बड़े पैयमने पर चल रहे अवैध कोयला कारोबार पर जिले के संबंधित विभाग कारवाई क्यों नहीं किया। अफसर आखिर क्यों नहीं कार्रवाई करते।