रांची। टेंडर कमीशन घोटाले में फंसे भू राजस्व विभाग के सचिव और आइएएस मनीष रंजन से इडी फिर पूछताछ करेगी। अब तक मनीष रंजन दो बाद पूछताछ के लिए इडी के सामने जा चुके हैं। एक बार आठ घंटे और दूसरी बार 10 घंटे पूछताछ हो चुकी है। इडी ने जिन सवालों का जवाब आइएएस अधिकारी से चाहती है वह अब तक नहीं मिला है। हर सवाल का जवाब में अधिकारी ने हमें नहीं पता का उत्तर दिया।
अधिकारी पर आरोप है कि वे जब ग्रामीण विकास विभाग में सचिव थे तो उन्होंने टेंडर आवंटित करने के लिए कमीशन का रेट बढ़ा दिया था। इस संबंध में भी उनसे पूछताछ की गयी थी। करीब तीन हजार करोड़ के कमीशन घोटाले में विभाग के मंत्री आलमगीर आलम, ओएसडी संजीव लाल, नौकर जहांगीर आलम जेल में हैं। जहांगीर आलम के घर से करीब 35 करोड़ रुपये बरामद हुए थे। ओएसडी रहे संजीव लाल ने कमीशन वसूली की पूरी कहानी इडी को बता दी है।
इसी आधार पर पहले मंत्री से पूछताछ हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंत्री ने उस समय इडी को बताया था कि पैसा अधिकारियों के भी हैं। उन्होंने दो आइएएस अधिकारियों के नाम भी बताये थे। इडी ने कई सिफारिश पत्र भी बरामद किया था। इसी आधार पर मनीष रंजन से दो बार पूछताछ हो चुकी है। इडी ने उन्हे पूरे परिवार की संपत्त्ति का विस्तृत व्योरा भी मांगा है। जल्द ही मनीष रंजन को तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया जायेगा।