रांची। इडी की शिकायत के बाद रांची पुलिस ने जमीन कारोबारी कमलेश के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। कांके थाना में शनिवार को कमलेश के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इससे पहले शुक्रवार को इडी ने कमलेश के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उसके ठिकानों से एक करोड़ कैश और 100 कारतूस बरामद हुए थे। इसके बाद इडी के सहायक निदेशक देवव्रत झा ने पूरे मामले में झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह को पत्र लिखा और कार्रवाई की मांग की थी। शुक्रवार की शाम तकरीबन छह बजे इडी ने बरामद कारतूसों को रांची पुलिस को सौंप दिया था।
शेखर कुशवाहा के बयान पर हुई कार्रवाई
फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन हड़पने वाले सिंडिकेट से जुड़े शेखर कुशवाहा ने बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी कांके इलाके में कई जगहों पर कमलेश कुमार द्वारा जमीन के फर्जी दस्तावेजों के सहारे हड़पने की जानकारी दी थी। मामला सामने आने के बाद इडी ने समन कर कमलेश कुमार को रांची जोनल आफिस में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन इडी के समन पर उपस्थित ना होकर कमलेश फरार हो गया। इसके बाद शुक्रवार की दोपहर 12 बजे इडी की टीम कांके रोड के चांदनी चौक स्थित एस्ट्रो ग्रीन स्थित फ्लैट पहुंची, लेकिन इडी के पहुंचने से ठीक पहले कमलेश वहां से निकल गया था। स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में इडी ने इस फ्लैट को सर्च किया। इस दौरान इडी को वहां से 100 जिंदा कारतूस और एक करोड़ कैश बरामद किया। इस मौके से एजेंसी ने जमीन से जुड़े दस्तावेज समेत कई महत्वपूर्ण साक्ष्य भी बरामद किये हैं।
अफसर के घर से मिली थी 200 एकड़ से ज्यादा जमीन की सेल डीड
अफसर अली के घर से मिले दस्तावेजों की जांच के दौरान ही इडी को पता चला कि 200 एकड़ से ज्यादा जमीन की फर्जी सेल डीड बनी थी। इसमें कुछ जमीनों की खरीद-बिक्री में कमलेश भी लिप्त था। इडी ने सरकार को दस्तावेज सौंपते हुए इस मामले की जांच कराने का आग्रह किया, लेकिन सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।