रांची। झारखंड के खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर है। ओलंपिक में पदक जीतने पर खिलाड़ियों को सीधे डीएसपी बनने का मौका मिलेगा। वहीं बाकी खिलाड़ियों को दो प्रतिशत आरक्षण के तहत नहीं, बल्कि सीधे झारखंड सरकार में नौकरी पाने का मौका मिलेगा। खेल विभाग ऐसी तैयारी कर रहा है कि झारखंड का कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतता है, तो उसे सीधे नौकरी दी जायेगी। इसमें डीएसपी से लेकर सिपाही तक की नौकरी शामिल है। खिलाड़ियों को सीधी नौकरी देने के लिए झारखंड सरकार के खेल विभाग और निदेशालय की ओर से नया प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इसमें पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दो प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के तहत नहीं, बल्कि सीधे नौकरी दी जायेगी। पदक जीतने पर खिलाड़ी को नौकरी के लिए आवेदन करना होगा। इसके बाद यह आवेदन नियुक्ति के लिए गठित कमेटी के पास जायेगा। यहां सत्यापन समेत अन्य प्रक्रिया पूरी करने के बाद खिलाड़ियों की नियुक्ति की जायेगी। खेल सचिव मनोज कुमार ने बताया कि विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। हमने बिहार में खिलाड़ियों की नियुक्ति से जुड़े नियमों का भी अध्ययन किया है। यहां अंतर यह होगा कि यहां इसके लिए कमेटी बनेगी।
खिलाड़ियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा
खेल सचिव ने बताया कि इस प्रस्ताव को कैबिनेट में ले जाने की योजना है। इससे हमारे झारखंड के खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा। साथ ही सबसे बड़ी समस्या जो पलायन है और हमारे खिलाड़ी दूसरे राज्यों में जा रहे हैं, उस पर भी रोक लग सकेगी। इस प्रस्ताव को लाने से पहले खेल विभाग सरकार के दूसरे विभागों में खाली पदों की सूची भी तैयार करेगा। इसके लिए संबंधित विभागों से खाली पदों की जानकारी मांगी जायेगी।
मौजूदा खेल नीति में उपलब्ध है दो प्रतिशत आरक्षण
झारखंड सरकार की नयी खेल नीति के अनुसार सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिए दो प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण का प्रावधान है। नीति के अनुसार उत्कृष्ट उपलब्धि वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकारी नौकरियों में सीधी भर्ती के लिए नया नियम बनेगा।