रांची। बिहार के मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के बखरी में फर्जी नेटवर्क कंपनी के नाम पर लड़कियों को झांसा देकर यौन शोषण करने के मामले में नये-नये खुलासे हो रहे हैं। झारखंड के पाकुड़ और दुमका की किशोरियों ने खुलासा किया था। इन लड़कियों को रोजगार के नाम पर फंसाया गया। इन लोगों के साथ न केवल मारपीट की गयी और रुपये ठगे गये, बल्कि यौन शोषण भी किया गया है। किसी को कम्यूटर जॉब तो किसी को ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी में नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण किया गया। पुलिस जांच में पता चला कि सोशल मीडिया के माध्यम से युवतियों से आरोपित संपर्क करता थाण् इसके बाद लड़कियों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर जाल में फंसाता था। उसके साथ मारपीट और यौन शोषण किया जाता था। इस दौरान युवतियां की तस्वीर ले ली जाती थी। पुलिस छानबीन में पता चला है कि डीबीआर कंपनी में काम करने वाली झारखंड की एक नाबालिग की मां ने पूर्वी चंपारण स्थित रक्सौल थाने में भी पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी करायी है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में 17 जून को नौकरी देने के नाम पर कई लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आया है। अहियापुर थाना क्षेत्र में कई लड़कियों को नौकरी देने का झांसा देकर बंधक बनाया गया, उनके साथ मारपीट की गयी और फिर उनका यौन शोषण भी किया गया। छपरा की एक पीड़िता ने अहियापुर थाने में मामला दर्ज कराया, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। पिटाई का एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें पीड़िता की बेल्ट से बेरहमी से पिटाई की जा रही थी।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर के पोस्ट के माध्यम से वह संस्था से जुड़ी, जहां अप्लाई करने पर चयन होने के बाद प्रशिक्षण के नाम पर 20 हजार की मांग की गयी। 20 हजार जमा करने के बाद बहुत सारी लड़कियों के साथ उसे अहियापुर थाना क्षेत्र में रखा गया। लगभग तीन महीने तक गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली, तो उसने संस्था के एक अधिकारी के समक्ष अपनी बात रखी, तब उसे यह बताया गया कि 50 और लड़कियों को संस्था से जोड़ने पर उसकी सैलरी 50 हजार कर दी जायेगी। पुलिस अहियापुर स्थित संस्था के कथित दफ्तर और हॉस्टल में छापेमारी कर बंधक बने लड़कियों को छुड़ाया।