सहरसा। नगर निगम में कार्यरत सफाई कर्मियों ने बुधवार से तीन महिने से लंबित वेेतन भुगतान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर कार्यालय में तालाबंदी कर दी।वही सफाई कर्मियों के हड़ताल सें शहर की स्थिति नारकीय बन गई है। आउटसोर्स सफाई कर्मचारी का कहना है कि हमलोग पूर्व एजेंसी के माध्यम से कार्य कर रहे थे। अचानक से विवाद एजेंसी जेएमकेडी आ गया और महापौर ने इस एजेंसी को असंवैधानिक बताया। उसी समय से हम सभी सफाईकर्मी एवं महापौर के साथ बैठक की।

महापौर ने बैठक में आदेश दिये कि आपलोग नगर निगम के माध्यम से कार्य कीजिए और उसका भुगतान नगर निगम, सहरसा द्वारा किया जाएगा। महापौर के आदेशानुसार हमलोग कार्य किये। हमलोगों का यह चौथा माह है लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ है। जिससे कि हमसभी सफाईकर्मी को घर-गृहस्थी चलाने में बहुत कठिनाई हो रही है एवं दैनिक सफाईकर्मी जो नगर निगम द्वारा वर्षों से कार्य कर रहे हैं एवं नगर निगम द्वारा भुगतान पा रहे हैं।सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामचंद्र मल्लिक ने बताया कि लम्बे समय से पूर्व मांग अर्धकुशल का भुगतान नहीं हुआ है। दुःख की बात यह है कि हम सभी सफाईकर्मी वरिष्ठ पदाधिकारी को कई बार इस सम्बन्ध में आवेदन दिया हूँ जिसका कोई सामाधान नहीं हुआ।

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी सफाई कर्मियों द्वारा हड़ताल किया गया था।उस समय नगर आयुक्त द्वारा सभी मांग को मानते हुए हड़ताल समाप्त किया गया लेकिन चार महीने के बाद स्थिति जस की तस है।इस अवसर पर सफाई कर्मियों ने नगर आयुक्त के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

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