-कृषि-बागवानी आधारित वाटिका निर्माण के लिए कार्यशाला
रांची। कृषि एवं बागवानी आधारित आदर्श पोषण वाटिका निर्माण के लिए बुधवार से झारखंड शैक्षिक अनुसंधान- प्रशिक्षण परिषद में दो दिवसीय कार्यशाला की शुरूआत हुई। इसमें सभी जिलों के इको क्लब से दो नोडल शिक्षक भाग ले रहे हैं।
प्रभाग प्रभारी बादल राज ने कहा कि राज्य में कुपोषण एक बड़ी चुनौती है। इससे निपटने के लिए मध्याह्न भोजन में पोषक तत्वों से युक्त फल-सब्जियों को शामिल करना अनिवार्य है। सरकारी विद्यालयों में पोषण वाटिका का निर्माण किया जायेगा। पोषण वाटिकाएं पूर्ण रूप से जैविक तरीके से लगायी जायेंगी। पोषण वाटिका में जिन सब्जियों को उगाया जायेगा। उन्हें एमडीएम में भोजन तैयार करने के लिए इस्तेमाल किया जायेगा। पोषण वाटिका के निर्माण के लिए विद्यालयों को राशि उपलब्ध करा दी गयी है।
कृषि विशेषज्ञ नेहा कुमारी ने कहा कि विद्यालय के बच्चों को एमडीएम में पोषण युक्त भोजन देने के उद्देश्य से सभी स्कूलों में पोषण वाटिका का निर्माण किया जा रहा है। इसमें इको क्लब की भूमिका महत्वपूर्ण है। इससे स्कूली बच्चों में कृषि के प्रति रूचि तो बढ़ेगी ही। साथ ही उन्होंने पौष्टिक भोजन भी मिलेगा।