रांची। जमीन कारोबारी कमल भूषण हत्याकांड मामले में अभियोजन गवाही पूरी हो गयी। अब मामले में 3 जुलाई को आरोपियों का बयान कोर्ट में दर्ज होगा। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से मामले के अनुसंधानकर्ता और एक सरकारी गवाह समेत 30 गवाहों की गवाही दर्ज करायी गयी है। अभियोजन पक्ष ने साक्ष्य के तौर पर एफएसएल की रिपोर्ट भी कोर्ट में पेश की है। हत्याकांड के आरोपी मुनावर अफाक सरकारी गवाह बन गया है। जिसने मुख्य आरोपी डब्लू कुजूर, राहुल कुजूर समेत सभी आरोपियों के खिलाफ गवाही दी है। 30 मई 2022 को कमल भूषण की हत्या हुई थी। रातू रोड स्थित गैलेक्सिया मॉल के पास कमल भूषण को निशाना बनाकर फायरिंग की गयी थी।
अंधाधुंध फायरिंग में कमल भूषण को 5 गोली लगी थी। हत्याकांड की घटना को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी डब्लू कुजूर और उनके बेटा राहुल कुजूर समेत 4 आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए कोलकाता होते दिल्ली भाग गये थे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने सभी को गिरफ्तार कर झारखंड पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद सुखदेवनगर थाना की पुलिस ने सभी को रांची लाकर जेल भेज दिया था।
हत्याकांड को लेकर सुखदेव नगर थाना में कांड संख्या 238/2022 के तहत आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। कमल भूषण की हत्या की वजह उनकी बेटी यामिनी का प्रेम विवाह करना था। कमल भूषण और डब्लू कुजूर दोनों जमीन कारोबार में पार्टनर थे और दोनों एक साथ कारोबार करते थे। लेकिन जून 2021 में कमल भूषण की बेटी यामिनी से डब्लू कुजूर के बेटे राहुल कुजूर ने प्रेम विवाह कर लिया था। जिसके बाद से दोनों पार्टनर के बीच हो विवाद हो गया और दोनों एक दूसरे के दुश्मन हो गये थे। हत्याकांड के इस मामले में मुख्य आरोपी डब्लू कुजूर, पत्नी सुशीला कुजूर और बेटा राहुल कुजूर समेत 5 आरोपी ट्रायल फेस कर रहे हैं।