-सहकारिता की राज्य के विकास में भूमिका विषय पर राज्य स्तरीय सहकारिता समागम का आयोजन

-भारतीय लोक सहकारिता महासंघ ने झारखंड प्रदेश में चुनाव कराने की मांग झारखंड सरकार से की

रांची। झारखंड प्रदेश में सहकारिता आंदोलन को तेज किया जायेगा। इसके लिये भारतीय लोक सहकारिता महासंघ झारखंड प्रदेश में भी अन्य राज्यों की तरह चुनाव कराने की मांग झारखंड सरकार से की। महासंघ ने इस विषय पर गुरुवार को रांची स्थित पुराना विधानसभा के सभागार में सहकारिता की राज्य के विकास में भूमिका विषय पर राज्य स्तरीय सहकारिता समागम का आयोजन किया। समागम की अध्यक्षता कर रहे भारतीय लोक सहकारिता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जैनेंद्र कुमार तथागत ने कहा कि सहकारिता में ब्यूरोक्रेसी की दखलंदाजी को खत्म करने के लिये लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल करना जरूरी है। तभी राज्य के गांव कस्बे तक विकास की ओर अग्रसर होगा। वहीं समागम में बतौर मुख्य अतिथि श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने आश्वासन दिया की सरकार से बात कर जल्द ही चुनाव संपन्न करा लिया जायेगा। मंत्री भोक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष इस प्रस्ताव को रख कर सितंबर तक नीतिगत फैसले ले लिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में सहकारिता को सुगम और लोकप्रिय बनाया जायेगा। राज्य को समृद्ध करने में सहकारिता की अहम भूमिका हो इसके लिये सहकारी समितियों को लोकतांत्रिक बनाया जायेगा। समागम में राष्ट्रीय महामंत्री अमल आजाद ने विषय प्रवेश कराया। इस दौरान पांच प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया। समागम में आमंत्रित सहकारिता के विशेषज्ञ शरदेंदु कुमार झा, असम से आएं भारतीय लोक सहकार महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवीन कलिता, समीर दास, सुनील सहाय, सीपीआई के महेंद्र पाठक, राजद के राजेश यादव, अजय सिंह, पवन सिंह, राजकुमार दास, रश्मि तिवारी, आदिल खान, कामेश्वर पासवान, विनोद भुइयां, संजय रंजन, कामेश्वर पासवान, उमेश दास सहित अन्य ने अपनी बात रखी।

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