चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले की कराईकेला पंचायत के बरडीह गांव के समीप में संवेदक (ठेकेदार) सत्यम बिल्डर्स ने दो माह पहले कराईकेला-बरड़ीह गांव की संजय नदी पर बने पुल को तोड़ दिया। पुल तोड़ने के बाद संवेदक को ब्लास्टिंग करने की अनुमति नहीं मिली। इसके बाद संवेदक ने नदी में मिट्टी डालकर कच्चा डायवर्जन बनाने के बाद कार्य को अधूरा छोड़ दिया। बारिश से पहले पुल का निर्माण नहीं होने से कराईकेला, लांडुपोदा, ओटार, सिलफोड़ी पंचायत के 25 हजार से अधिक ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। जल्द उनकी मांग नहीं मानी गयी, तो रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग को जाम किया जाएगा।नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने की बैठक
पश्चिमी सिंहभूम जिले में बारिश को देखते हुए ग्रामीणों ने नदी में पक्का डायवर्जन बनाने की मांग संबंधित विभाग से की है। इसी कड़ी में बुधवार को बरड़ीह गांव में ग्रामीणों ने रिटायर्ड शिक्षक परशुराम महतो की अध्यक्षता में बैठक की। इसमें मुख्य रूप से पूर्व विधायक शशि भूषण सामड, डॉ विजय सिंह गागराई, भाजपा नेता पवन शंकर पांडे, ललित मोहन गिलुवा मौजूद थे। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से बरड़ीह गांव की संजय नदी पर नए पुल निर्माण की मांग की जा रही है। बारिश के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। उस समय भी ग्रामीणों ने संबंधित विभाग से नए पुल निर्माण की मांग की थी, लेकिन विभाग ने पुल की मरम्मत के लिए 45 लाख रुपए स्वीकृत किया और चार माह पहले 45 लाख रुपए खर्च कर बरड़ीह पुल की मरम्मत की गयी थी।

दो माह बाद ही मिली मंत्री के भाई को पुल निर्माण की स्वीकृति
पुल मरम्मत के दो माह बाद ही नए पुल निर्माण की स्वीकृति मिली। सत्यम बिल्डर्स को काम मिला। संवेदक ने पुल को तोड़ दिया। पुल तोड़ने से बारिश के मौसम में ग्रामीण आवागमन नहीं कर सकेंगे। इसलिए ग्रामीण विरोध कर रहे हैं, लेकिन संवेदक के मुंशी द्वारा ग्रामीणों को धमकी दी गयी। मुंशी ने कहा कि काम मंत्री के भाई का है। मुंशी ने पुलिया को तोड़कर कार्य को अधूरा छोड़ दिया।

पुल निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि बरड़ीह पुल निर्माण कार्य में तेजी लाएं और नदी में बने डायवर्जन को ऊंचा कर पक्का किया जाए। अन्यथा रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग जाम किया जाएगा। ग्रामीणों की शिकायत पर पूर्व विधायक सामड ने स्थल का निरीक्षण किया। इस मौके पर जगदीश मंडल, श्रीवत्स मंडल, शक्ति सेन मंडल, दिनेश मंडल, नितेश मंडल, गुरा मंडल, विजय गोप, भास्कर नायक, मारकोंडा नायक, दुशासन महतो, मुकेश महतो, बीजू प्रमाणिक, जितेन महतो, पंचानन महतो,राजेश मंडल, समेत काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

बारिश में इन गांव के लोग होंगे परेशान
बारिश में बरड़ीह पुल का डायवर्जन पक्का नहीं करने से पांच पंचायत के 25 हजार ग्रामीण परेशान होंगे। इनमें कराईकेला, बरड़ीह, कोचासाई, रोलाड़ीह, डुबसुरी, राज विजयपुर, सानगीसाई, डेंगसरगी, बेंगटागर, पुटसाई, नंदपुर, खैरूड़ीह, रायबेड़ा, तिलोपोदा, जोमरो, बष्टमपोदा, तेंदा, जोनुवा, बरकुंडी, घाघरा, बोंगाजोंगा, रांजडाकोचा, ओटार, सिकीदीकी, डांगिलसाई, ओटार टांड, कोचासाई, खौरुड़ीह आदि गांव के ग्रामीणों को स्वास्थ्य, रोजगार व शिक्षा से संबंधित परेशानियों से जूझना पड़ेगा।

सात दिन में पक्का डायवर्जन नहीं बनने पर होगा सड़क जाम
पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने कहा कि बारिश के मौसम में पुल को तोड़ दिया गया है, जबकि डायवर्जन को पक्का नहीं बनाने से बारिश के मौसम में बाढ़ आने से डायवर्जन बहने की आशंका रहेगी। इसे ध्यान में रखते हुए पक्का डायवर्जन का निर्माण यथाशीघ्र किया जाए। अन्यथा ग्रामीणों के साथ मिलकर एक सप्ताह के बाद रांची-चाईबासा मुख्य मार्ग को जाम किया जाएगा।

7 दिनों के अंदर डायवर्जन बना दिया जायेगा-जेई
विभाग के जेई प्रकाश उरांव ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ठेकेदार को बोल दिया गया है। 7 दिनों के अंदर बेहतर डायवर्जन बना दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है। इस पर विभाग गंभीर है। जल्द डायवर्जन बनाया जाएगा, ताकि लोगों को बारिश में दिक्कत नहीं हो।

 

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