रांची: डीसी मनोज कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को समाहरणालय सभागार में विधि व्यवस्था को लेकर बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था गिरिजाशंकर प्रसाद ने पिछले 12 जून को मुख्य सचिव एवं डीजीपी डीके पांडेय के निर्देश पर सभी थाना प्रभारी, अंचल अधिकारियों को उनके थाने क्षेत्र की विधि की अद्यतन स्थिति की जानकारी देने की बात कही। डीसी ने पुलिस पशासन के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि 14 जुलाई को सीएम द्वारा की जानेवाली समीक्षा बैठक में थाने के संवेदनशील क्षेत्रों की सम्पूर्ण जानकारी दें। क्षेत्र का नाम, संवेदनशीलता का कारण मुख्य समस्याएं, असामाजिक लोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दें। क्षेत्र में पशु-वध पर खास नजर रखें। जो लोग जेल में बंद है एवं जिनके रिहा होने पर शांति भंग होने की आशंका है, तो उनके खिलाफ सीसीए की अनुशंसा की जानी चाहिए। बैठक में उपस्थित वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा उपस्थित पुलिस प्रशासन पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया। अफवाह फैलाने वालों पर पशु-वध करने वाले लोगो को चिह्नित कर उनपर दंडात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
वारंट का तामिला करवाकर उससे संबंधित प्रतिवेदन भी वरीय पदाधिकारियों को उपलब्ध कराया जाये। हर महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की कमिटियों से संपर्क स्थापित कर सीसी टीवी कैमरा लगाने से धार्मिक सौहार्द कायम किया जा सकता है। एसएसपी द्वारा यह भी निर्देष दिया गया कि सांप्रदायिक हिंसा फैलाने वाले लोगो को चिह्नित कर उनके शस्त्र अनुज्ञप्तियों को रद्द करने भी तत्काल अनुशंसा करें। शांति व्यवस्था में सहयोग करने वाले व्यक्तियों को चिह्नित कर केंद्रीय शांति समिति में उनके शामिल करें। बैठक में उपस्थित पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि भीड़ को किसी भी हाल में कानून को अपने हाथों में लेने का अधिकार नहीं है। बच्चा चोर या अन्य अफवाहों को फैलाने वाले लोगों पर त्वरित दंडात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित की जाये। बैठक में एसएसपी, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, नगर अधीक्षक अमन कुमार, एडीएम गिरिजाशंकर प्रसाद, एसडीओ, सभी सीओ, सभी डीएसपी एवं सभी संबंधित थाना प्रभारी उपस्थित थे।
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