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    Home»दुनिया»इन पांच शक्तिशाली हथियारों के कारण ही इस देश को कहते हैं ‘सुपरपावर’
    दुनिया

    इन पांच शक्तिशाली हथियारों के कारण ही इस देश को कहते हैं ‘सुपरपावर’

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJuly 22, 2017No Comments2 Mins Read
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    आपको बता दें कि हाल के दिनों मे रूस के पास कुछ ऐसे हथियार हैं जो पूरी दुनिया में तबाही ला सकता है, यही कारण है कि दुनिया को कोई भी देश रूस से टकराने के पहले गहन विचार करता है। ऐसे ही कुछ पांच शक्तिशाली हथियारों के बारे में आज बताने जा रहे है, जो रूस को सुपरपावर बनाता है।

    टी- 14 टैंक: यह 5 th जेनरेशन का टैंक है, जिस रूस ने 2015 में लॉन्च किया है।  इसी खासियत है कि इसे रोबोटिक कॉम्बैट व्हीकल में भी बदला जा सकता है। अभी हाल ही में इस पर 152 एमएम की तोप लगाने का एलान भी किया गया है। बताया जाता है कि  यह तोप एक मीटर मोटी स्टील की चादर को भेद सकता है।

    युद्धपोत प्योत्र वेलिकी: अटलांटिक महासागर में रूस के उत्तरी बेड़े का यह सबसे घातक युद्धपोत है, परमाणु ऊर्जा से चलने वाला यह युद्धपोत किरोव क्लास युद्धपोतों का हिस्सा है। नाटो इसे विमानवाही पोतों का हत्यारा कहता हैं, बताया जाता है कि यह बैलेस्टिक मिसाइल को भी बर्बाद कर सकता है।

    सुखोई टी- 50:  ये रूस का ऐसा लड़ाकू विमान है जो अमेरिका के लड़ाकू विमानों पर भी भारी पड़ता है। हाल के दिनों में भारत और रूस के बीच एक समझौते के तहत दोने देश मिल कर इस विमान का निर्माण करेगा। हालांकि यह फैसला काफी पहले हो गया था, लेकिन वित्तिय साझेदारी में परेशानी आ रही थी, जोकि मौजूदा मोदी सरकार में सफल दिख रहा है।

    सुखोई एसयू- 35:  ये भी ररूस के शक्तिशाली लड़ाकू विमानों में से एक है, जो अमेरिका के एफ-16 विमान पर भी भारी पड़ता है, इससे मुकाबले के लिए अमेरिका ने एफ-35 विमान का निर्माण किया है, लेकिन इसकी क्षमता भी सुखोई एसयू-35 के मुकाबले कम ही मानी जाती है।

    एस- 400 मिसाइल: इसकी रफ्तार 17,000 किलोमीटर प्रति घंटे का है और यह अपने 400 मीटर के दायरे में किसी भी लक्ष्य को तबाह करने की क्षमता रखता है। एस-400 को रूस और भी शक्तिशाली बना रहा है। बताया जाता है कि सीरिया के उडारान खामेमिम बेस में जब रूस ने इन मिसाइलों को तैनात किया तो अमेरिका को अपने लड़ाकू विमान वहां से हटाने ही पड़े।

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