चंडीगढ़: आईसीसी महिला विश्व कप के तहत खेले गए फाइनल मुकाबले में खराब प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम तो इंग्लैंड के सामने 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। हालाकि इस क्रम में कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन भी किया। जिसके लिए पूरा देश इन महिलाओं की सराहना कर रहा है।
उन्हीं में से एक हैं महिला बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर, जिन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पंजाब पुलिस में उपाधीक्षक (डीएसपी) पद देने की बात कहीं है। इसकी जानकारी सोमवार को मुख्यमंत्री के प्रवक्ता ने दी है। पंजाब के मोगा जिले की रहने वाली हरमनप्रीत ने विश्वकप के तहत सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ 115 गेंदों में नाबाद 171 रन बनाकर भारतीय टीम को फाइनल में प्रवेश की राह आसान कर दिया था।
हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ हरमनप्रीत ने कोई खास कमाल नहीं किया लेकिन इस के बाद भी अन्य खिलाड़ियों के मुकाबले बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 80 गेंद में 51 रन बनाए, इस क्रम में हरमनप्रीत ने 2 छक्के और 3 चौके भी लगाए, लेकिन वह मुकाबले में जीत से पहले ही आउट हो गई, इसके बाद टीम इंडिया की पारी लड़खड़ा गई और भारत को हार का सामना करना पड़ा।
हरमनप्रीत के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री ने पांच लाख रुपये के नकद पुरस्कार की भी घोषणा की है। आपको बता दें कि 2009 में अपना पहला विश्वकप खेलने वाली हरमनप्रीत का जन्म 08 मार्च 1989 को विश्व महिला दिवस के दिन हुआ है। वह पांच साल की उम्र से ही बल्ला थामते हुए लड़कों के साथ खेलकर बड़ी हुईं हैं।
ऐसा कहा जाता है कि एस समय ऐसा था जब हरमनप्रीत को क्रिकेट छोड़कर हॉकी खेलने की सलाह दी गई और उन्हें हॉकी थमा दी गई। लेकिन करीब एक सप्ताह तक हॉकी अकादमी जाने के बाद उन्होंने वहां जाना छोड़ दिया और फिर से क्रिकेट में ही लग गई। तब हरमनप्रीत मोगा जिले की अकेली महिला क्रिकेटर थीं जो लड़कों के स्थानीय क्लबों की ओर से भी खेलती थीं।