गढ़वा: उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय परामर्श दात्री समिति की त्रैमासिक बैठक संपन्न हुई। जिसमें बैंकों द्वारा किये गये कार्य और लाभुकों को दिये गये ऋण को लेकर समीक्षा की गयी। बैठक में मुख्य रूप से वार्षिक सााख योजना की चर्चा की गयी। इसके अतिरिक्त सुक्ष्म, लघु, एवं मध्यम उद्यमों का वित्तपोशण तथा महिला स्वयं सहायता समूहों के वित्त पोषण की समीक्षा की गयी। साथ ही एनआरएलएम एवं नाबार्ड के द्वारा गठित समूहों की भी समीक्षा की गयी। इसके अलावा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की समीक्षा, जनधन योजना की समीक्षा, क्षेत्र आधारित ऋण वितरण, निलाम पत्र वादों की समीक्षा सीडी रेसियों की समीक्षा, आधार सिंडिंग के अतिरिक्त बैंक द्वारा संचालित कई योजनाओं की समीक्षा की गयी।
सीडी रेसियों की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने असंतोष जताया मौके पर बोलते हुए उपायुक्त ने कहा कि पिछले तिमाही में गढ़वा जिले का सीडी रेषियो 41.09 था जो घटकर 40.92 हो गया है यह खेद का विषय है। उन्होंने कहा कि इसपर और लगन और मेहनत से काम करने की जरूरत है। ताकि जिले के आर्थिक स्थिती सुदृढ़ हो सके। उन्होंने बैंक पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बैक प्रबंधक ऋण वितरीत करने में कोताही नहीं करें। अन्यथा उनके वरीय पदाधिकारियों को शिकायत पत्र लिखा जायेगा। बैठक में बोलते हुए उपायुक्त ने कहा कि सीडी रेसियों में वृद्धि करें। निर्धारित लक्ष्य को 41.09 से बढ़ाकर 60 तक ले जायें। उन्होंने बैंकों के द्वारा दिये गये ़ऋण की समीक्षा करते हुए कहा कि लाभुकों को ससमय ऋण उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वहीं कई बैंक ऋण देने में आनाकानी कर रहे हैं। ऐसे शाखा प्रबंघकों को बख्शा नहीं जायेगा। उपायुक्त ने सबसे कम ऋण देने वाले आरियंटल बैंक के शाखा प्रबंधक को फटकार लगायी और रेसियों बढ़ाने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त फैज हक मुमताज, जीएम डीआइसी, एसबीआइ के क्षेत्रिय प्रबंधक अरूण पांडेय, एलडीएक अशोक तिर्की, सभी बैंकों के शाखा प्रबंधक मुख्य रूप से उपस्थि थे।
एसएसजी को ऋण देने के लिए प्रस्ताव तैयार करें आरएम
गढ़वा। उपायुक्त डॉ नेहा अरोड़ा ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में जिले के विभिन्न प्रखंडो की महिला प्रसार पदाधिकारी एवं संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें मुख्य रूप से महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा दिए जाने वाले कार्यों की समीक्षा की गयी। बैठक के दौरान डंडा एवं धुरकी प्रखंड की महिला प्रसार पदाधिकारी ने उपायुक्त को बताया कि उक्त क्षेत्र में संचालित एसबीआइ शाखा द्वारा ऋण नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण परेशानी हो रही है। इस पर उपायुक्त ने एसबीआइ के आरएम को समंवय बनाते हुए लंबित सभी आवेदनों पर विचार करने का निर्देश दिया। बैठक में डीडीसी, डीआरडीए निदेशक, विमलेश विश्वकर्मा, जानकारी सिंह सहित विभिन्न प्रखंडों की महिला प्रसार पदाधिकारी एवं विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।