मुंबई में टीम इंडिया के कोच पद के लिए इंटरव्यू हो चुके हैं। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने इंटरव्यू लेने के बाद कहा कि कोच के नाम के ऐलान के लिए उन्हें और वक्त चाहिए। सीएसी ने वीरेंद्र सहवाग, रवि शास्त्री, टॉम मूडी, लालचंद राजपूत, रिचर्ड पायबस और फिल सिमंस के इंटरव्यू लिए।
इंटरव्यू लेने के बाद सीएसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोच के नाम के ऐलान के लिए उन्हें और वक्त चाहिए। गांगुली ने कहा कि प्रोसेस पूरा हो गया है लेकिन टीम से डिसकशन के बाद ही कोच के नाम पर आखिरी मुहर लगेगी। सबसे पहले सहवाग ने कोच पद के लिए इंटरव्यू दिया। फिलहाल क्लूसनर को स्टैंडबाई रखा जा सकता है लेकिन उन्हें ये पद मिलने की संभावना काफी कम या समझ लीजिए ना के बराबर है।
बीसीसीआई को 10 लोगों ने इस पद के लिए अपने बायोडेटा भेजे थे, जिसमें रवि शास्त्री के अलावा वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस, डोडा गणेश, लालचंद राजपूत, लांस क्लूसनर, राकेश शर्मा (ओमान राष्ट्रीय टीम के कोच), फिल सिमंस और उपेंद्रनाथ ब्रह्मचारी (इंजीनियर, क्रिकेट की कोई पृष्ठभूमि नहीं) शामिल हैं। इन 10 दावेदारों में से क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने छह का इंटरव्यू लिया।
ऐसे अपने पद से हटे थे पूर्व हेड कोच अनिल कुंबले
कप्तान विराट कोहली के साथ मतभेद के बाद पूर्व मुख्य कोच और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज सीरीज से पहले इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद से ये पद खाली है। कुंबले-कोहली विवाद के बाद सीएसी को अपनी पसंद को लेकर सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि नए कोच को दो साल का अनुबंध मिलेगा।
शास्त्री हैं सबसे प्रबल दावेदार…
शास्त्री ने शुरू में इस पद के लिए आवेदन नहीं किया था लेकिन बीसीसीआई ने जब आवेदन स्वीकार करने की समय सीमा 9 जुलाई तक बढ़ाई तो इस पूर्व कप्तान ने आवेदन दिया और इस पद को हासिल करने के प्रबल दावेदार बन गए। कोहली के साथ अच्छे समीकरणों के कारण शास्त्री इस पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं। उनके पिछले कार्यकाल में टीम 50 ओवर के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी। हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि सौरव गांगुली का नजरिया क्या होगा, जिनके साथ शास्त्री का सार्वजनिक टकराव हुआ था और दोनों ने एक दूसरे पर निशाना साधा था।
गांगुली और शास्त्री में हो चुका है विवाद…
शास्त्री ने आरोप लगाया था कि जब स्काइप के जरिए उनका इंटरव्यू हुआ था तो गांगुली वहां मौजूद नहीं थे। गांगुली ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि अगर शास्त्री गंभीर थे तो उन्हें निजी तौर पर मौजूद रहना चाहिए था।
वीरू भी बन सकते हैं कोच
एक और मजबूत दावेदार आक्रामक सलामी बल्लेबाज रहे सहवाग हैं। सहवाग को हालांकि कोच के रूप में खुद को साबित करना है। सहवाग दो साल से किंग्स इलेवन पंजाब के मेंटर हैं लेकिन टीम को वांछित नतीजे नहीं मिले। मूडी की दावेदारी को खारिज नहीं किया जा सकता क्योंकि अंतरराष्ट्रीय और फ्रेंचाइजी कोच के रूप में उन्हें अपार अनुभव है। उनके मार्गदर्शन में श्रीलंका 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा और सनराइजर्स हैदराबाद ने खिताब जीता।
मूडी पिछले साल भी इंटरव्यू में शामिल हुए थे लेकिन कुंबले से पिछड़ गए जिनकी अनदेखी नहीं की जा सकती थी। मूडी को अगर चुना जाता है जो ऑस्ट्रेलिया के उनके हमवतन क्रेग गेंदबाजी कोच के रूप में अच्छी पसंद होंगे।
अगर शास्त्री को चुना जाता है तो टीम के गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरूण की दावेदारी मजबूत हो सकती है। क्लूसनर ने भी आवेदन किया है और उन्हें दक्षिण अफ्रीका की घरेलू लीग में प्रांतीय टीमों को कोचिंग का अनुभव है। सिमंस अफगानिस्तान और आयरलैंड जैसी टीमों के लिए अच्छे कोच साबित हुए हैं। वेस्टइंडीज के साथ हालांकि उनका कार्यकाल विवादों से भरा रहा क्योंकि टीम चयन को लेकर उन्हें आपत्ति थी।